राहत की खबर! बीकानेर-नागौर के बीच 108 किलोमीटर का मार्ग होगा फोरलेन, देशनोक में सिक्सलेन आरओबी को भी मिली मंजूरी
aapkarajasthan April 19, 2025 10:42 PM

देशनोक आरओबी के डिजाइन पर बार-बार उठ रहे सवालों के बीच राहत की खबर यह है कि इस आरओबी को तोड़े बिना इसके पास ही एक और छह लेन का आरओबी बनाया जाएगा। बीकानेर-नागौर को फोरलेन बनाने के लिए डीपीआर बनाई जा रही है। इसमें यह विकल्प लिया गया है। एक करोड़ से डीपीआर का आधा काम हो चुका है। दरअसल, देशनोक आरओबी में एक माह पहले सड़क हादसे में 6 भाइयों की मौत हो गई थी। उनके परिजनों को आर्थिक मदद के लिए चार दिन से कलेक्टर के यहां धरना चल रहा है। इसके बाद जिला प्रशासन ने जांच भी कराई। जांच में पता चला कि आरओबी का डिजाइन गलत है।

इस आरओबी पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। सूत्रों का कहना है कि इस आरओबी का डिजाइन 2011 में बनाया गया था। इसके बाद जब आरओबी बनना शुरू हुआ तो किसी भी अधिकारी ने इस पर सवाल नहीं उठाया और न ही डिजाइन की दोबारा जांच की गई। नतीजा यह हुआ कि अब यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। आरओबी को तोड़कर दूसरा बनाने की मांग की जा रही है। प्रशासन पुराने आरओबी को तोड़ने की बजाय उसे स्थानीय लोगों के उपयोग के लिए ही रहने देने के मूड में है। मौजूदा आरओबी को स्थानीय बनाया जाएगा। भारी वाहनों की आवाजाही के लिए बीकानेर-नागौर हाईवे निर्माण के दौरान नया आरओबी बनाने की योजना है। यह छह लेन का होगा। इसके लिए अलग से जमीन अधिग्रहित की जाएगी। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने डीपीआर बनाने वाली फर्म को इसके अनुसार काम करने को कहा है।

एनएचएआई बनाएगा बीकानेर-कोटपूतली
बीकानेर कोटपूतली ग्रीन एक्सप्रेस का निर्माण अब पीडब्ल्यूडी विभाग की एनएच शाखा नहीं करेगी। इसका निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया करेगी। दैनिक भास्कर ने डेढ़ माह पहले इसका खुलासा किया था, लेकिन अब एनएच निर्माण के हस्तांतरण का काम भी शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी की एनएच शाखा से एनएचएआई को दस्तावेज और प्लान हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। फर्म और पीडब्ल्यूडी की एनएच शाखा ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। अब एनएचएआई के आरओ के हस्ताक्षर होने बाकी हैं। इसके बाद सारा काम एनएचएआई करेगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले बजट में भजनलाल सरकार ने प्रदेश में 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इनके निर्माण की बात सामने आते ही वित्तीय संकट सामने आने लगा। इसके चलते बीकानेर-कोटपुतली ग्रीन एक्सप्रेस-वे बनाने का काम अब केंद्र सरकार ने अपने हाथ में ले लिया है। संभावना है कि आने वाले समय में एक-दो और ग्रीन एक्सप्रेस-वे केंद्र के पास जा सकते हैं। केंद्र द्वारा एक्सप्रेस-वे बनाने से टोल दर केंद्र के हिसाब से तय होगी।

अब यह तय हो गया है कि बीकानेर-कोटपुतली ग्रीन एक्सप्रेस-वे का निर्माण एनएचएआई करेगा। हस्तांतरण के लिए जो भी औपचारिकताएं हैं, उन्हें पूरा किया जा रहा है। बीकानेर नागौर हाईवे के बीच देशनोक में दूसरे आरओबी की योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी डीपीआर अभी तैयार की जा रही है।

सवाल- डीपीआर में क्या बदलाव होगा
इसके एनएचएआई के पास जाने से सवाल यह है कि क्या एनएचएआई बीकानेर से एक्सप्रेस-वे शुरू करने के लिए तलाशे गए 3 विकल्पों को स्वीकार करेगा। क्योंकि पीडब्ल्यूडी ने विकल्प दिया था कि इसे पलाना बीकानेर के बीच से शुरू करके बीकानेर शहर के चारों ओर से होते हुए कोटपूतली तक ले जाया जाए ताकि यह हाईवे शहर के लिए रिंग रोड का भी काम कर सके। लेकिन अब मामला एनएचएआई के हाथ में है तो अब ऐसा होने की संभावना कम है।

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