उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (फाइल फोटो)
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने इस द्वीप समूह की प्राकृतिक सुंदरता और विकास कार्यों की प्रशंसा की। धनखड़ ने कहा कि लक्षद्वीप अब भारत का छिपा हुआ स्वर्ग नहीं रहा है, बल्कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी यात्रा खोज और व्यक्तिगत विकास की यात्रा के समान है। उन्होंने कहा कि भले ही द्वीप का आकार छोटा हो, लेकिन इसकी आत्मा विशाल है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश में विकास का प्रभाव लोगों के जीवन पर उसी तरह पड़ रहा है जैसे सूर्य की किरणें पृथ्वी के हर कोने को छूती हैं। उन्होंने चेतलत द्वीप पर कई तापीय जल मंथन संयंत्रों और काल्पेनी द्वीप पर नंदर आंगनवाड़ी का उद्घाटन किया। इसके बाद, धनखड़ शनिवार को बंगाराम द्वीप का दौरा करेंगे, जहां वे टेंट सिटी का उद्घाटन करेंगे।
बंगाराम द्वीप का टेंट सिटी रिसॉर्ट पर्यटकों के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। उपराष्ट्रपति ने इसे पर्यटकों के लिए स्वर्ग बताया और कहा कि लक्षद्वीप केवल द्वीपों का समूह नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, विविधता और अच्छे पर्यावरण का प्रतीक है।
पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था, जिसने इस द्वीप समूह को पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान दिलाई। लक्षद्वीप के पर्यटन अधिकारी इम्थियास मोहम्मद टी बी ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा के बाद से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर द्वीप के पर्यटन में काफी वृद्धि हुई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस दौरे की सराहना की थी, इसे लक्षद्वीप की पर्यटन क्षमता को वैश्विक स्तर पर उजागर करने वाला कदम माना गया।