लगभग एक सप्ताह पहले उदयपुर के मदार गांव में एक युवती का शव पाया गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो शव की स्थिति देखकर सभी हैरान रह गए, क्योंकि यह अधजला था।
इस घटना ने पूरे गांव में हलचल मचा दी और लोग इस बारे में चर्चा करने लगे।
पुलिस ने जब मामले की जांच की, तो यह पता चला कि गांव में किसी की मृत्यु नहीं हुई थी। इससे पुलिस के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई। अब इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
यह घटना बड़गांव थाना क्षेत्र की है। यहां के मदार गांव के निवासियों ने 11 तारीख को अधजली अवस्था में एक युवती का शव देखा। लोगों ने बताया कि श्मशान में महिला की लाश जल रही थी। सूचना मिलने पर एसएचओ पूरन सिंह राजपुरोहित तुरंत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मदार नदी के पास श्मशान में अज्ञात महिला का शव जल रहा था। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि गांव में किसी की मृत्यु नहीं हुई है। रात के समय बिना लकड़ियों के शव जलाने का मामला संदिग्ध था।
महिला के शव को जलाने की सूचना मिलते ही एसपी गोयल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मामले की गहन जांच की। अज्ञात महिला की पहचान न होने के कारण शव को महाराणा भूपाल चिकित्सालय की मोर्चरी में रखा गया। आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पुलिस टीम ने 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले और लगभग 100 मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया। इसके अलावा, घटनास्थल के आसपास के सैकड़ों लोगों से पूछताछ की गई।
जांच के बाद, महिला की पहचान साउथ दिल्ली के बदरपुर जैतपुर की रहने वाली आरती कुमारी के रूप में हुई, जो काफी समय से उदयपुर में रह रही थी। घटनास्थल के पास एक संदिग्ध क्रेटा कार के बारे में पूछताछ के बाद आरोपी विनोद टांक को गिरफ्तार किया गया।
बताया जा रहा है कि आरती का आरोपी युवक के साथ अवैध संबंध था। वह युवक से शादी के लिए दबाव बना रही थी। इसी बात से परेशान होकर आरोपी ने आरती की हत्या कर दी। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसने शव को अपनी क्रेटा कार में डालकर मदार गांव के श्मशान ले जाकर आग लगाने की कोशिश की। चूंकि श्मशान में लकड़ियां नहीं थीं, इसलिए उसने शव पर कपड़े डालकर जलाने का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले की जांच जारी रखी है।