गूगल (Google) ने अपनी वर्क पॉलिसी में एक और बड़ा बदलाव करते हुए अब रिमोट वर्क करने वाले कुछ कर्मचारियों को ऑफिस आने या कंपनी छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया है। हाइब्रिड वर्क मोड को अनिवार्य करते हुए गूगल ने स्पष्ट कर दिया है कि इन-पर्सन कोलैबोरेशन ही कंपनी की इनोवेशन और AI रणनीति का आधार है।
क्या है नई पॉलिसी?कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना अनिवार्य
जो कर्मचारी ऐसा नहीं कर सकते, उन्हें वॉलंटरी एग्जिट पैकेज ऑफर किया जाएगा
गूगल के ऑफिस से 50 मील के दायरे में रहने वाले कर्मचारियों पर यह नियम ज़रूरी रूप से लागू
जून 2025 तक ऑफिस नहीं लौटे, तो नौकरी पर असर पड़ सकता है
महामारी के बाद शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम अब खत्म होने की कगार पर
गूगल अब AI को प्राथमिकता दे रहा है, जिसके लिए टीमवर्क और ऑन-साइट कोलैबोरेशन अहम है
कंपनी अपने ऑपरेशन्स को streamline कर रही है ताकि AI प्रोजेक्ट्स पर ज्यादा फोकस हो
2023 से छंटनी और पुनर्गठन के जरिए गूगल टीमों को दुबारा आकार दे रहा है
सबसे पहले यह पॉलिसी टेक्निकल सर्विसेज और HR (People Operations) टीमों पर लागू की गई है
ऐसे कर्मचारी जो पूरी तरह से रिमोट काम कर रहे थे, उन्हें या तो रिलोकेट करना होगा या एग्जिट ऑफर लेना होगा
गूगल की प्रवक्ता कोर्टने मेंचिनी ने कहा:”इन-पर्सन कोलैबोरेशन हमारी इनोवेशन प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। हर टीम अपनी ज़रूरत के अनुसार निर्णय ले रही है।”
AI बना गूगल की प्राथमिकताको-फाउंडर सर्गेई ब्रिन ने AI टीम्स को ऑफिस में अधिक समय देने की सलाह दी थी
उन्होंने 60 घंटे वीक को परफेक्ट बैलेंस बताया
एंड्रॉयड, क्रोम, नेस्ट और फिटबिट यूनिट्स में पहले ही एग्जिट ऑफर मिल चुके हैं
2024 के अंत तक गूगल के कर्मचारी घटकर 1.83 लाख रह गए
The post first appeared on .