अमृत से कम नहीं है, इसके रामबाण इलाज के बारे जानकर कभी भी डॉक्टर के पास नहीं जाएंगे' ⤙
Himachali Khabar Hindi April 28, 2025 05:42 AM

कोरोना वायरस एक बार फिर से पूरे भारत में और दुनिया में अपना प्रकोप दिखा रहा है. देश में भी कोरोना के मामले तेज़ी बढ़ रहे है. इसलिए आपको और भी अधिक सुरक्षित रहने की आवश्यकता है. इसके साथ ही आपको अपनी इम्युनिटी बढ़ाने की भी जरुरत है. ऐसे में आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में गिलोय (Tinospora Cordifolia) अहम भूमिका निभा सकता है.

गिलोय क्या होता है?

गिलोय एक प्रकार का जंगली झांड होता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यह भारत के हर क्षेत्र में बड़ी ही आसानी से मिल जाता है. इसे ज्यादा देखभाल की जरुरत भी नहीं पड़ती. ऋृषी-मुनियों के समय से ही गिलोय का इस्तेमाल भारत में औषधी के रूप में किया जाता रहा है. भारत में कोरोना के आते से ही इस गिलोय का इस्तेमाल भी ज्यादा से ज्यादा किया जाने लगा है.

गिलोय की पहचान आज कई लोह अच्छी तरह से नहीं कर पाते है. गिलोय की पत्तियां पान के पत्तों की तरह दिखाई पड़ती है. इन दोनों ही पत्तियों में कलर का अंतर् होता है. गिलोय की पत्तियों का रंग बहुत गहरा होता है. यह जंगल में खूब पाया जाता है.

गिलोय पीलिया के रोगियों को भी करता है फायदा

पीलिया (Jaundice) के रोगियों को गिलोय काफी जल्दी आराम पहुंचाता है. पिलिया से परेशान लोगों को गिलोय के पत्तों का रस पिलाने से बहुत जल्द ही आराम मिलता है. गिलोय के रोजाना सेवन से पीलिया के बुखार और दर्द में भी आराम मिलता है. पिलिया मरीज़ गिलोय गिलोय की पत्तियों का सेवन करें.

अस्थमा में है वरदान

गिलोय में भारी मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व मौजूद रहते है. एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व सांसों से संबंधित समस्याओं में जल्द से जल्द आराम देते है. इसके साथ ही गिलोय अनचाहे कफ पर भी लगाम लगा कर रखता है. गिलोय इंसान के फेंफड़े को साफ करने का काम भी करता है. इसके साथ ही गिलोय में ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड काफी अच्छी मात्रा में रहता है. गिलोय में मौजूद यह गुण खून की कमी को दूर करने में सहायक रहते है.

गिलोय इम्युनिटी को बूस्ट करता है

गिलोय को इम्युनिटी बूस्टर भी कहा जाता है. गिलोय आपके शरीर में जाते से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है. यह वायरस से होने वाली बीमारियों में आपके शरीर की रक्षा करता है. इसके अंदर मौजूद औषधीय गुण आपको सर्दी-जुकाम से बचाते है. अगर आपको सर्दी-जुकाम हो गया है तो गिलोय के डंठल को पानी के साथ किसी बर्तन में गर्म कर लें. उसके बाद उसे ठंडा कर के पीले.

डेंगू से करता है आपकी सुरक्षा

कोरोना से पहले गिलोय का उपयोग डेंगू मरीज को ठीक करने के लिए होता था. गिलोय में मौजूद एंटीपायरेटिक तत्व बुखार के मरीज के लिए भी काफी लाभदायक होते है. गिलोय का ज्यूस चमत्कारिक रूप से आपकी इम्युनिटी को बूस्ट करता है. इसी वजह से आपको बुखार में जल्द से जल्द आराम मिलता है. किसी भी तरह का बुखार होने पर गिलोय के हरे तने को पहले काट लें. इसके बाद उसको अच्छे से धो लें. इसके बाद इसे अच्छे से उबाल ले और फिर इसे छानकर पी ले.

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