मुख्यमंत्री यादव ने रविवार रात सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कहा कि कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है। अत्यंत प्रसन्नता है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में 5 साल की नीरवा ने 5 शावकों को जन्म दिया है और इन नन्हे शावकों का आगमन चीता परियोजना की सफलता और भारत की समृद्ध जैवविविधता का प्रतीक है।ALSO READ:
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में वन्य-प्राणी संरक्षण के लिए जो अनुकूल वातावरण बना है, वह समृद्ध हो रहा है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए कूनो राष्ट्रीय उद्यान की पूरी टीम, वन्यजीव विशेषज्ञ और संरक्षण में लगे हर मेहनती साथी को हार्दिक बधाई।
कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 2 साल पहले स्थानांतरित किए गए दक्षिण अफ्रीका के 2 चीतों 'प्रभाष' और 'पावक' को पिछले दिनों तब नया ठिकाना मिला था, जब मुख्यमंत्री यादव ने उन्हें गांधीसागर अभयारण्य में छोड़ा था। मूल रूप से फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका के वाटरबर्ग बायोस्फीयर रिजर्व से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए ये 6 वर्षीय नर चीते सड़क मार्ग के जरिए गांधी सागर अभयारण्य लाए गए थे।ALSO READ:
यह अभयारण्य नीमच और मंदसौर जिलों में फैला हुआ है। 17 सितंबर, 2022 को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाए गए 8 चीते छोड़े गए थे जिनमें 5 मादा और 3 नर शामिल थे। फरवरी 2023 में, 12 और चीतों को दक्षिण अफ्रीका से कूनो में स्थानांतरित किया गया था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta