हर साल लाखों छात्र-छात्राएं Jawahar Navodaya Vidyalaya Selection Test (JNVST) में हिस्सा लेते हैं, ताकि उन्हें देश के सबसे अच्छे सरकारी आवासीय स्कूलों में पढ़ने का मौका मिल सके। 2025 में भी यही उत्साह देखने को मिला, लेकिन इस बार कई छात्रों और अभिभावकों के मन में एक सवाल उठ गया-“72 नंबर वालों का सेलेक्शन कैसे हो गया, जबकि 78 नंबर वालों का रिजेक्शन हो गया?”
आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्या कट ऑफ हर जगह एक जैसी नहीं होती? क्या रिजर्वेशन या अन्य कोई वजह है? इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि Navodaya Vidyalaya Cut Off 2025 कैसे तय होती है, किसे मौका मिलता है और किसे नहीं, और क्या है इसका असली सच।
Navodaya Vidyalaya Samiti (NVS) हर साल कक्षा 6 और 9 में एडमिशन के लिए JNVST आयोजित करता है। इस परीक्षा में सेलेक्शन पूरी तरह से मेरिट और रिजर्वेशन पॉलिसी पर आधारित होता है। लेकिन कई बार कट ऑफ मार्क्स अलग-अलग जिलों, राज्यों, कैटेगरी और यहां तक कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए भी अलग हो सकते हैं। इसी वजह से कई बार कम नंबर वालों का चयन हो जाता है और ज्यादा नंबर वालों का नहीं।
पॉइंट | डिटेल्स |
परीक्षा का नाम | जवाहर नवोदय विदाया चयन परीक्षण (JNVST) |
आयोजन संस्था | नवोदय विद्यायाला समिति (एनवीएस) |
कक्षा | 6वीं और 9वीं |
परीक्षा तिथि (कक्षा 6) | 18 जनवरी 2025 (फेज 1), 12 अप्रैल 2025 (फेज 2) |
रिजल्ट तिथि | मार्च 2025 (फेज 1), मई 2025 (फेज 2) |
कट ऑफ मार्क्स जारी | अप्रैल 2025 (फेज 1), अप्रैल 2025 (कक्षा 9) |
कुल अंक | 100 |
सेलेक्शन का आधार | कट ऑफ मार्क्स, रिजर्वेशन, जिला/क्षेत्रीय कोटा |
रिजर्वेशन | एससी, एसटी, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण/शहरी |
आधिकारिक वेबसाइट | navodaya.gov.in |
Navodaya Vidyalaya Cut Off 2025 वे न्यूनतम अंक हैं, जो किसी छात्र को JNV में एडमिशन के लिए लाने होते हैं। हर साल यह कट ऑफ अलग-अलग कारणों से बदल सकती है, जैसे-
Cut Off Marks का मतलब है कि जिस छात्र ने उस कट ऑफ के बराबर या उससे ज्यादा अंक हासिल किए हैं, उसे आगे की प्रक्रिया (डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, काउंसलिंग, आदि) के लिए बुलाया जाएगा।
हर कैटेगरी के लिए अलग-अलग कट ऑफ होती है, जिसे नीचे टेबल में दिखाया गया है:
वर्ग | अपेक्षित कट ऑफ (कक्षा 6) |
सामान्य | 75-85 |
अन्य पिछड़ा वर्ग | 70-80 |
अनुसूचित जाति | 60-70 |
अनुसूचित जनजाति | 55-65 |
इव्स | 70-80 |
लोक निर्माण विभाग | 50-60 |
नोट: यह आंकड़े अनुमानित हैं, हर जिले और राज्य में थोड़ा बहुत फर्क हो सकता है।
अब सवाल उठता है कि 72 नंबर वालों का सेलेक्शन और 78 नंबर वालों का रिजेक्शन कैसे हो सकता है? इसके पीछे कई वजहें होती हैं:
मान लीजिए, दो छात्र हैं-एक General Category (Urban) से 78 अंक लाता है, दूसरा SC Category (Rural) से 72 अंक लाता है। अगर General Urban की कट ऑफ 80 है और SC Rural की 70, तो 72 अंक वाला SC Rural छात्र सेलेक्ट हो जाएगा, लेकिन 78 अंक वाला General Urban छात्र नहीं।
वर्ष | सामान्य | अन्य पिछड़ा वर्ग | अनुसूचित जाति | अनुसूचित जनजाति | लोक निर्माण विभाग |
2023 | 80 | 75 | 68 | 60 | 60 |
2024 | 78 | 74 | 65 | 58 | 58 |
2025 (अपेक्षित) | 75-85 | 70-80 | 60-70 | 55-65 | 50-60 |
ट्रेंड: पिछले कुछ वर्षों में कट ऑफ में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। इसका कारण बढ़ती प्रतियोगिता और जागरूकता है।
Q1. क्या कट ऑफ हर राज्य में अलग होती है?
हाँ, हर राज्य, जिला, और यहां तक कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के हिसाब से भी कट ऑफ अलग हो सकती है।
Q2. क्या रिजर्वेशन का फायदा मिलता है?
हाँ, SC, ST, OBC, PwD और Rural Students को रिजर्वेशन का फायदा मिलता है, जिससे उनकी कट ऑफ कम रहती है।
Q3. क्या कट ऑफ में बदलाव हो सकता है?
हर साल कट ऑफ में बदलाव होता है, यह परीक्षा की कठिनाई, सीटों की संख्या और आवेदकों की संख्या पर निर्भर करता है।
Q4. क्या सिर्फ टोटल मार्क्स पर ही चयन होता है?
हाँ, JNVST में सेक्शनल कट ऑफ नहीं होती, टोटल मार्क्स के आधार पर ही चयन होता है।
Q5. क्या दो छात्रों के समान अंक होने पर दोनों का चयन होगा?
अगर सीटें उपलब्ध हैं तो दोनों का चयन हो सकता है, नहीं तो टाई ब्रेकिंग नियम लागू होंगे।
कोटा | सीट रिजर्वेशन (%) |
ग्रामीण क्षेत्र | 75% |
शहरी क्षेत्र | 25% |
एससी/एसटी | जिले की जनसंख्या के अनुपात में (अधिकतम 50%) |
अन्य पिछड़ा वर्ग | 27% |
लोक निर्माण विभाग | 3% |
Navodaya Vidyalaya में एडमिशन पाना हर छात्र का सपना होता है, लेकिन इसके लिए सही जानकारी और तैयारी जरूरी है। कट ऑफ मार्क्स हर साल बदल सकते हैं और हर जिले, राज्य, कैटेगरी और कोटा के हिसाब से अलग हो सकते हैं। इसीलिए कभी-कभी कम नंबर वालों का चयन और ज्यादा नंबर वालों का रिजेक्शन हो जाता है। अभ्यर्थियों को चाहिए कि वे अपनी कैटेगरी और जिले के अनुसार ही तैयारी करें और कट ऑफ देखें।
Navodaya Vidyalaya Cut Off 2025 और उसमें कम नंबर वालों के चयन व ज्यादा नंबर वालों के रिजेक्शन की खबरें पूरी तरह से सच्ची हैं, लेकिन इसका कारण कट ऑफ का जिला, राज्य, कैटेगरी, और कोटा के हिसाब से अलग-अलग होना है। कोई भी छात्र या अभिभावक अफवाहों पर ध्यान न दें। हमेशा आधिकारिक वेबसाइट और नोटिफिकेशन पर ही भरोसा करें। यह आर्टिकल केवल जानकारी और मार्गदर्शन के लिए है।