1 मई बैंक में इससे ज्यादा पैसे जमा-निकासी & FD करने पर आ सकता है Income Tax Notice » पढ़ें
sabkuchgyan April 29, 2025 11:25 PM

आज के समय में बैंकिंग और Income Tax के नियम लगातार बदल रहे हैं। सरकार और इनकम टैक्स विभाग अब हर बड़े लेन-देन पर नजर रख रहे हैं, खासकर जब बात आती है बैंक में पैसे जमा-निकासी (Deposit & Withdrawal) या Fixed Deposit (FD) की। अगर आप भी बैंक में बड़ी रकम जमा या निकालते हैं या FD में भारी निवेश करते हैं, तो आपको Income Tax Notice आ सकता है। यह नियम 1 मई 2025 से और सख्त हो गए हैं।

इसका मुख्य मकसद काले धन (Black Money) पर रोक लगाना और ट्रांसपेरेंसी बढ़ाना है। कई बार लोग सोचते हैं कि जब तक वे खुद इनकम टैक्स को नहीं बताएंगे, तब तक किसी को पता नहीं चलेगा, लेकिन अब ऐसा नहीं है। बैंक और वित्तीय संस्थान हर हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन (High Value Transaction) की जानकारी सीधे इनकम टैक्स विभाग को देते हैं। ऐसे में अगर आपने लिमिट से ज्यादा पैसे जमा या निकाले या FD में बड़ा निवेश किया, तो आपको नोटिस मिल सकता है।

बैंक लेनदेन और एफडी पर आयकर नोटिस: पूरा अवलोकन

बैंक में पैसे जमा-निकासी और FD से जुड़े Income Tax के नियम जानना हर नागरिक के लिए जरूरी है। इससे आप बेवजह के टैक्स नोटिस और जुर्माने से बच सकते हैं। आइए जानते हैं इन नियमों का पूरा विवरण:

जान-पहचान विवरण
बैंक सेविंग अकाउंट में कैश जमा/निकासी लिमिट 10 लाख रुपये (एक वित्तीय वर्ष में)
FD में TDS कटौती सीमा (सामान्य नागरिक) 50,000 रुपये (एक वित्तीय वर्ष में)
FD में TDS कटौती सीमा (सीनियर सिटीजन) 1,00,000 रुपये (एक वित्तीय वर्ष में)
FD पर TDS दर (PAN हो तो) 10%
FD पर TDS दर (PAN न हो तो) 20%
बैंक में SFT रिपोर्टिंग लिमिट 10 लाख रुपये से ज्यादा की कुल जमा
कैश विदड्रॉल पर TDS (ITR नहीं भरा) 20 लाख से ऊपर 2%, 1 करोड़ से ऊपर 5%
कैश विदड्रॉल पर TDS (ITR भरा है) 1 करोड़ से ऊपर 2%
टैक्स सेवर FD में छूट (सेक्शन 80C) 1.5 लाख रुपये तक

बैंक अकाउंट में पैसे जमा-निकासी की लिमिट और Income Tax Notice

अगर आप अपने सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) में कुल मिलाकर 10 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा या निकासी करते हैं, तो बैंक इसकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को देता है। यह लिमिट सभी अकाउंट्स को मिलाकर है, यानी अगर आपके कई बैंक अकाउंट हैं और उनमें कुल मिलाकर 10 लाख से ज्यादा का लेन-देन हुआ, तो भी यह रिपोर्ट होगा।

  • 10 लाख रुपये से ज्यादा जमा/निकासी को High Value Transaction माना जाता है।
  • बैंक हर ऐसे ट्रांजैक्शन की जानकारी सीधे आयकर विभाग को देता है।
  • अगर आपके पास पैसे का सोर्स (Source of Income) साफ नहीं है, तो आपको Income Tax Notice मिल सकता है।
  • नोटिस मिलने पर आपको यह बताना होगा कि पैसा कहां से आया या गया।
  • अगर जवाब संतोषजनक नहीं हुआ, तो टैक्स के साथ-साथ पेनल्टी भी लग सकती है।

क्यों जरूरी है यह लिमिट?

सरकार का मकसद टैक्स चोरी और काले धन पर लगाम लगाना है। कई बार लोग अपनी असली कमाई छुपा लेते हैं और बैंक में अचानक बड़ी रकम जमा कर देते हैं। ऐसे मामलों पर नजर रखने के लिए यह लिमिट तय की गई है।

FD (Fixed Deposit) में निवेश और Income Tax Notice

बैंक FD में निवेश करना सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसमें भी कुछ लिमिट और टैक्स नियम हैं। अगर आपने FD में बड़ी रकम जमा की या आपकी ब्याज आय लिमिट से ज्यादा है, तो आपको Income Tax Notice मिल सकता है।

FD पर TDS और टैक्स नियम

  • सामान्य नागरिक: FD से सालाना 50,000 रुपये से ज्यादा ब्याज मिलने पर TDS कटेगा।
  • सीनियर सिटीजन: FD से सालाना 1,00,000 रुपये से ज्यादा ब्याज मिलने पर TDS कटेगा।
  • TDS दर: PAN नंबर देने पर 10%, न देने पर 20% TDS कटेगा।
  • अगर आपकी FD पर मिलने वाली ब्याज आय टैक्स फ्री लिमिट से ज्यादा है, तो आपको ITR फाइल करना जरूरी है।
  • अगर आपकी कुल FD राशि 10 लाख रुपये से ज्यादा है, तो बैंक SFT (Statement of Financial Transactions) के तहत इसकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को देगा।
  • टैक्स सेवर FD में निवेश करने पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है।

FD पर Income Tax Notice कब आ सकता है?

  • अगर आपकी ब्याज आय टैक्स फ्री लिमिट से ज्यादा है और आपने ITR नहीं भरा।
  • FD में बड़ी रकम जमा की और उसका सोर्स साफ नहीं है।
  • बैंक की रिपोर्टिंग के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को शक हुआ कि आपने आय छुपाई है।

कैश विदड्रॉल (Cash Withdrawal) पर Income Tax के नियम

2025 में कैश विदड्रॉल पर भी TDS के नियम लागू हैं। अगर आप बैंक या पोस्ट ऑफिस से एक वित्तीय वर्ष में लिमिट से ज्यादा कैश निकालते हैं, तो TDS कटेगा और इनकम टैक्स विभाग को इसकी जानकारी मिलेगी।

  • अगर आपने पिछले 3 साल ITR नहीं भरा:
    • 20 लाख से ऊपर कैश निकासी पर 2% TDS।
    • 1 करोड़ से ऊपर निकासी पर 5% TDS।
  • अगर ITR भरा है:
    • 1 करोड़ से ऊपर निकासी पर 2% TDS।
  • TDS बैंक या पोस्ट ऑफिस द्वारा काटा जाता है।
  • यह नियम सरकारी संस्थानों, बैंकों, पोस्ट ऑफिस, कुछ एजेंट्स आदि पर लागू नहीं होता।
बैंक 5 नए नियम 2025

किन ट्रांजैक्शन पर Income Tax Notice आ सकता है?

नीचे बताए गए 5 तरह के ट्रांजैक्शन पर आपको Income Tax Notice आ सकता है:

  • सेविंग अकाउंट में 10 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा या निकासी।
  • FD में 10 लाख रुपये से ज्यादा की कुल जमा।
  • एक बार में बड़ी रकम का लेन-देन, जैसे प्रॉपर्टी खरीदना या बेचने पर।
  • क्रेडिट कार्ड बिल का 1 लाख रुपये से ज्यादा कैश में पेमेंट।
  • म्यूचुअल फंड, शेयर, बॉन्ड आदि में 10 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश।

Income Tax Notice आने पर क्या करें?

  • सबसे पहले घबराएं नहीं।
  • नोटिस में मांगी गई जानकारी और दस्तावेज समय पर और सही-सही दें।
  • अपने सभी बैंक स्टेटमेंट, FD सर्टिफिकेट, आय का सोर्स आदि तैयार रखें।
  • अगर आपको नोटिस समझ नहीं आ रहा है, तो किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट या टैक्स एक्सपर्ट की मदद लें।
  • समय पर जवाब नहीं देने या गलत जानकारी देने पर टैक्स के साथ-साथ भारी पेनल्टी भी लग सकती है।

टैक्स नोटिस से बचने के लिए जरूरी टिप्स

  • हमेशा अपनी आय और लेन-देन की सही जानकारी रखें।
  • बैंक में जमा या निकासी करते समय लिमिट का ध्यान रखें।
  • FD में निवेश करते समय PAN जरूर दें।
  • अगर आपकी आय टैक्स फ्री लिमिट से ज्यादा है, तो समय पर ITR फाइल करें।
  • किसी भी बड़े ट्रांजैक्शन का सोर्स साफ रखें और उसका रिकॉर्ड संभाल कर रखें।
  • फॉर्म 15G/15H भरकर TDS से बच सकते हैं, अगर आपकी कुल आय टैक्स फ्री लिमिट से कम है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1: क्या 10 लाख रुपये से ज्यादा जमा करने पर हर बार नोटिस आता है?
नहीं, नोटिस तभी आता है जब आपके ट्रांजैक्शन में गड़बड़ी या आय का सोर्स साफ नहीं है। अगर सब कुछ सही है, तो चिंता की जरूरत नहीं।

Q2: FD पर कितना टैक्स कटता है?
अगर आपकी ब्याज आय लिमिट से ज्यादा है, तो सामान्य नागरिक के लिए 10% (PAN हो तो), 20% (PAN न हो तो) TDS कटता है।

Q3: क्या सभी बैंक अकाउंट्स की लिमिट मिलाकर देखी जाती है?
हां, सभी सेविंग और करंट अकाउंट्स को मिलाकर 10 लाख रुपये की लिमिट है।

Q4: क्या डिजिटल ट्रांजैक्शन पर भी नोटिस आ सकता है?
अगर डिजिटल ट्रांजैक्शन भी लिमिट से ज्यादा है और सोर्स साफ नहीं है, तो नोटिस आ सकता है।

Q5: क्या टैक्स सेवर FD में निवेश पर भी नोटिस आ सकता है?
अगर कुल निवेश या ब्याज आय लिमिट से ज्यादा है, तो नोटिस आ सकता है।

निष्कर्ष

अगर आप बैंक में बड़ी रकम जमा-निकासी या FD में निवेश करते हैं, तो Income Tax के नियमों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। 1 मई 2025 से ये नियम और सख्त हो गए हैं। हमेशा अपनी आय का सोर्स साफ रखें, सभी दस्तावेज संभाल कर रखें और समय पर ITR फाइल करें। इससे आप बेवजह के टैक्स नोटिस और जुर्माने से बच सकते हैं।

अस्वीकरण:
यह जानकारी पूरी तरह से सरकारी गाइडलाइंस और इनकम टैक्स नियमों पर आधारित है। यह कोई नई स्कीम या ऑफर नहीं है, बल्कि बैंकिंग और टैक्स नियमों की जानकारी है। अगर आपको नोटिस आता है, तो घबराएं नहीं, सही जानकारी और दस्तावेज दें। नियमों का पालन करें और किसी भी अफवाह या झूठी स्कीम से बचें।

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