कर्नाटक में राज्य परिवहन की एक बस का ड्राइवर उस समय मुश्किल में पड़ गया जब उसने नमाज पढ़ने के लिए यात्रियों से भरी बस को सड़क किनारे रोक दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि ड्राइवर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए वीडियो में व्यक्ति वाहन की अगली सीट पर बैठकर नमाज पढ़ रहा है। फुटेज कथित तौर पर एक यात्री ने रिकॉर्ड की है।
ड्राइवर की पहचान एके मुल्ला के रूप में हुई है। नमाज पढ़ने के उसके हाव-भाव को व्यापक रूप से देखा गया और इंटरनेट पर उसकी आलोचना भी हुई क्योंकि यह कृत्य उसके ड्यूटी के घंटों के दौरान किया गया था। उत्तर पश्चिम कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NWKRTC) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, 58 वर्षीय व्यक्ति को दो दिन पहले नमाज पढ़ते देखा गया था।
A Karnataka government-run bus driver-cum-conductor in #Haveri district has come under scrutiny after he stopped the vehicle mid-route to offer ‘namaz’, reportedly delaying the journey for passengers onboard.
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) April 30, 2025
A video of the incident, which occurred on a Karnataka State Road… pic.twitter.com/zdKmyeoHdJ
अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "हमें नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ। घटना के पीछे की परिस्थितियों और कारणों का पता लगाने के लिए विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।" बताया जा रहा है कि यह घटना मंगलवार शाम को जावेरी के पास हुबली-हावेरी रोड पर हुई।
कर्नाटक के परिवहन मंत्री ने की कार्रवाई
कर्नाटक के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने NWKRTC के प्रबंधक को लिखे पत्र में कहा कि सार्वजनिक सेवा क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को कुछ "नियमों और विनियमों" का अनिवार्य रूप से पालन करना होता है।
उन्होंने कहा कि भले ही सभी को किसी भी धर्म का पालन करने का अधिकार है, लेकिन वे ऑफिस टाइम में ऐसा नहीं कर सकते।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा, "बस में यात्रियों के होने के बावजूद बीच रास्ते में बस रोककर नमाज अदा करना आपत्तिजनक है। वायरल वीडियो की तत्काल जांच करने और दोषी पाए जाने पर कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाता है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए।"