उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं और अब केदारनाथ व बदरीनाथ के कपाट खुलने वाले हैं. हर साल लाखों लोग चारधाम यात्रा पर आते हैं. चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ श्रद्धालु ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन श्रद्धालु हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर, डोईवाल समेत कई रूट्स पर कर सकते हैं. दरअसल, बिना रजिस्ट्रेशन के श्रद्धालु चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे. चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ ही टूरिस्टों को मेडिकल सर्टिफिकेट की भी जरूरत पड़ती है.
मेडिकल सर्टिफिकेट डॉक्टर से बनाना होता है और बिना इसके आप चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे. यहां हम आपको ये ही बता रहे हैं कि आप कैसे अपना मेडिकल सर्टिफिकेट बना सकते हैं. आप सबसे पहले अपने आधार कार्ड से चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. रजिस्ट्रेश के वक्त आपसे आपका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर मांगा जाएगा. आपको यहां पर मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी देनी होगी और इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी.
आपको यात्रा से लगभग 1 महीना पहले ही मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होता है. आप किसी भी सरकारी डॉक्टर से मेडिकल सर्टिफिकेट बना सकते हैं. इससे यह पता चलता है कि आप चारधाम यात्रा के लिए फिजिकली फिट हैं या नहीं. दरअसल, चारधाम यात्रा बहुत मुश्किल मानी जाती है और हर किसी के बस की इसे करना नहीं है. इस यात्रा में कई ऊंचाई भरे रास्ते और मुश्किल दौर से गुजरना होता है. इसलिए श्रद्धालुओं को यह दिखाना होता है कि वो फीट है.