मामले पर मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अब तो ऐसा कानून बना दिया कि एक क्या हजारों मस्जिदें गिरेंगी.
उन्होंने कहा, 'एक मस्जिद, ऐसी पचासों मस्जिद गिरेंगी, ऐसी हजारों मस्जिद गिरेंगी. अगर किसी ने घर या मस्जिद बनाई और पाकिस्तान चला गया तो वह गिरेगी लेकिन तब जब उसने वक्फ नहीं किया. आप एक मस्जिद को रो रहे हैं. ऐसी हजारों होंगी. ऐसा कानून बनाया गया है.'
'सरकार बनाकर नहीं देती है मस्जिद'
उन्होंने ये भी कहा, "तलाक के कानून के खिलाफ आपने फैसला कर लिया, हम क्या करेंगे. वह कहते थे कि राम जन्मभूमि है, हम कहते थे राम जन्म भूमि नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा वह राम जन्मभूमि नहीं है मस्जिद अपनी जगह बनी है. हमारी इतनी मस्जिदें बनी हैं, क्या सरकार बनाती है मस्जिदों को? हमारे अंदर ताकत होगी तो हम खुद खरीदेंगे और खुद बना लेंगे मस्जिद."
उन्होंने आगे कहा, "सरकार से कोई गिला शिकवा नहीं है. हम मुसलमान हैं, अपनी जिंदगी को गुजार रहे हैं. मुल्क के अंदर जिस चीज को बढ़ावा दिया जा रहा है, बहुत गलत है. उनके लिए भी. अगर यह नफरत की सियासत का दरवाजा खुला रहा तो एक ऐसा दिन आ जाएगा कि सांस लेना भी मुसलमान और हिंदू के लिए मुश्किल हो जाएगा."
अवैध बांग्लादेशियों के मुद्दे पर क्या बोले मौलाना मदनी?
अरशद मदनी ने कहा, 'गैरकानूनी तरीके से बांग्लादेशी हिंदुस्तान में रहते हों चाहे सऊदी अरब में या फिर कहीं भी तो उनको निकाल देना चाहिए. अगर कहते हैं कि ये बंगाली नहीं बाग्लादेशी हैं और सबूत है कि ये वीजा लेकर बांग्लादेश से आए थे और यहां रह गए तो उन्हें फौरन निकाल दो. धक्का देकर निकाल देना चाहिए.'