क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को वर्तमान में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। अपने समय में उन्होंने दुनिया के सभी गेंदबाजों को हराया। लेकिन एक गेंदबाज ऐसा था जिसकी गेंदों को वह भी नहीं समझ पाए। शायद यही वजह है कि उन्होंने उस गेंदबाज को दुनिया का सबसे खतरनाक गेंदबाज घोषित कर दिया है। यह गेंदबाज कोई और नहीं बल्कि श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन हैं। मुरलीधरन के बारे में अपने विचार साझा करते हुए सहवाग ने कहा, 'आज भी अगर मुझे मुरलीधरन के खिलाफ खेलना पड़े तो मैं रात को सो नहीं पाऊंगा।' क्योंकि उनका एक्शन इतना खतरनाक है कि मुझे समझ नहीं आता कि वह कौन सी ऑफ स्पिन गेंदबाजी करेंगे और कौन सी।
सहवाग ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर ने एक बार हमसे कहा था कि जब वह अपना हाथ उठाते हैं तो उनका अंगूठा दिखाई देता है, इसलिए जब उनका अंगूठा दिखाई देता है तो आप चुन सकते हैं कि यह गेंद दूसरी होगी या नहीं।'
भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, जब मैंने उनके अंगूठे को करीब से देखा तो उनका अंगूठा काला था और उनका चेहरा भी काला था। ऐसी स्थिति में मैं उसका अंगूठा नहीं देख सका। ऐसे में यह पता ही नहीं चल पाता था कि वह कौन सी दूसरी गेंद फेंक रहे हैं और कौन सी ऑफ स्पिन गेंद फेंक रहे हैं।
सहवाग ने कहा, 'मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुरलीधरन का सामना करने में सात से आठ साल लग गए, इसलिए 2001 से 2007-08 तक, जब भी मैं श्रीलंका के खिलाफ खेला, मुझे मुरलीधरन से डर लगता था।' अब तक मैंने जिस सबसे खतरनाक गेंदबाज के खिलाफ खेला है और जिससे मुझे डर लगता था, वह मुरलीधरन थे।