मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रौनक विहार रघुनाथपुरा रोड कानोता निवासी गंगा सहाय बैरवा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें बताया कि 2 मई की रात 9.52 बजे प्रताप नगर निवासी नरेश ने फोन उठाया और गाली-गलौज करते हुए कहा कि आज तुम्हारा आखिरी दिन है। सब कुछ जलाकर राख कर दूंगा। यह कहकर उसने फोन काट दिया। रात करीब 10.30 बजे बेटा दिलकुश पास में ही एक शादी समारोह से लौटा। मेन गेट पर ताला लगाकर वे सोने की तैयारी कर रहे थे।
इसी दौरान नरेश अग्रवाल और उसके बाउंसर काले रंग की एसयूवी में आए और गाड़ी को घर के किनारे खड़ी कर दी। इस दौरान सफेद गमछा बांधे एक व्यक्ति ने पेट्रोल छिड़ककर घर में आग लगा दी। धुआं निकलता देख गंगा सहाय और उसका परिवार छत पर गया तो देखा कि आग की लपटें उठ रही थीं। उन्होंने किसी तरह आग पर काबू पाया। आग में उसकी बाइक जल गई। पीड़ित का कहना है कि वह एक साल से एससी/एसटी एक्ट के तहत सुरक्षा की मांग कर रहा है। अगर उसे सुरक्षा मिली होती तो यह दुर्घटना नहीं होती।