गर्मी के मौसम में तापमान में वृद्धि के साथ-साथ सनबर्न और डिहाइड्रेशन की समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। अचानक तापमान में बदलाव से नाक के अंदर की नाजुक रक्त वाहिकाएं फट सकती हैं, जिससे रक्तस्राव और जलन होती है। यह समस्या विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और साइनस या एलर्जी से ग्रस्त व्यक्तियों में अधिक देखी जाती है। हालांकि, गर्मियों में नाक से खून आना गंभीर नहीं होता और इसे कुछ घरेलू उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है।
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. राजीव भाटिया के अनुसार, यदि रक्तस्राव हो रहा है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। मरीज को आराम से बैठने के लिए कहें और उसे थोड़ा आगे झुकने के लिए कहें ताकि रक्त गले में न जाए। इसके बाद, मरीज को मुंह से सांस लेने के लिए कहें।
गर्मी में नाक से खून आने का एक प्रमुख कारण निर्जलीकरण है। इससे नाक सूख जाती है और रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, दिनभर में पर्याप्त पानी पीना आवश्यक है। कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने और तरबूज तथा खीरे जैसे हाइड्रेटिंग फलों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
नाक की आंतरिक परत को नम रखने से रक्तस्राव को रोका जा सकता है। इसके लिए आप नमकीन नाक स्प्रे का उपयोग कर सकते हैं या रूई की मदद से नाक के अंदर पेट्रोलियम जेली या नारियल का तेल लगा सकते हैं।
एसी और पंखे घर के अंदर की हवा को सूखा बना देते हैं, जिससे नाक में सूखापन आ सकता है। इसलिए, रात में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना बेहतर होता है ताकि नाक की नमी बनी रहे।
अत्यधिक गर्मी में नाक की रक्त वाहिकाएं फैल सकती हैं, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ता है। इसलिए, गर्मियों में बाहर जाते समय टोपी पहनना या छाता लेकर चलना महत्वपूर्ण है।