इस जूस में छिपा है सेहत का खजाना—यह कहावत अब सिर्फ मुहावरा नहीं रही, बल्कि आयुर्वेदिक और हर्बल जूस ने इसे वास्तविकता में बदल दिया है। एलोवेरा जूस, गिलोय रस, नीम का अर्क, आंवला जूस और तुलसी-तुलसी के साथ मिश्रित फॉर्मूले आजकल हर स्वास्थ्य-सचेत व्यक्ति की दिनचर्या का हिस्सा बन रहे हैं। इन जूसों का नियमित सेवन शरीर को बीमारियों से दूर रखने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
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आधुनिक जीवनशैली में जहां खान-पान और नींद की अनियमितता आम हो गई है, वहीं हर्बल जूस एक नैचुरल बैलेंसर की भूमिका निभाता है। ये जूस एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। उदाहरण के लिए, एलोवेरा जूस पाचन में सहायक होता है, जबकि गिलोय और नीम का रस खून को साफ करता है और त्वचा रोगों से बचाता है।
गिलोय जूस में मौजूद प्राकृतिक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को इस हद तक मजबूत बनाते हैं कि सर्दी-खांसी जैसी आम बीमारियाँ भी ज्यादा दिन तक असर नहीं कर पातीं। जब इसमें नीम और तुलसी को मिलाया जाए, तो यह एक शक्तिशाली डिटॉक्स ड्रिंक बन जाता है, जो खून को शुद्ध करने और लिवर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए करेला जूस वरदान माना गया है। इसमें मौजूद करटिन और मोमोरडिसिन नामक तत्व ब्लड शुगर लेवल को नेचुरल तरीके से नियंत्रित करते हैं। त्रिफला जूस कब्ज, अपच और गैस की समस्याओं को दूर करता है, और पाचन शक्ति को मजबूती प्रदान करता है।
एलोवेरा और आंवला दोनों ही त्वचा और बालों की सेहत के लिए किसी अमृत से कम नहीं। एलोवेरा जूस न केवल त्वचा की चमक बढ़ाता है, बल्कि मुंहासों और पिगमेंटेशन की समस्या में भी राहत देता है। वहीं आंवला बालों को झड़ने से रोकता है, और उनकी ग्रोथ को नैचुरल तरीके से बढ़ाता है।
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आज के समय में कई आयुर्वेदिक कंपनियां जैसे Patanjali, Dabur, Baidyanath और Zandu, अपने आयुर्वेदिक जूस की शुद्धता और गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं। जैसे Dabur Giloy Neem Juice, Zandu Aloe Vera + 5 Herbs Juice, Krishna’s Cholesterol Care Juice आदि ने हज़ारों लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया है। इन जूसों की लोकप्रियता का कारण है इनका वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित फॉर्मूला और वर्षों पुरानी आयुर्वेदिक परंपरा।
इन जूसों का नियमित सेवन इम्यूनिटी को बढ़ाता है, त्वचा को साफ और चमकदार बनाता है, पाचन को बेहतर करता है, और हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखता है। इसके अलावा, यह मानसिक शांति और बेहतर नींद में भी सहायता करता है, जो आज के तनावग्रस्त जीवन में अत्यंत आवश्यक है।
इन जूसों का सेवन आमतौर पर सुबह खाली पेट करने की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर को दिन की शुरुआत में ही जरूरी पोषण मिल सके। हालांकि, यदि आप किसी गंभीर रोग से पीड़ित हैं या नियमित दवाइयों पर हैं, तो पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। गर्भवती महिलाओं को भी किसी भी नए हर्बल प्रोडक्ट को अपनाने से पहले चिकित्सकीय सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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