खरगे ने कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ में पहलगाम आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को देश में एक बहुत बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 बेगुनाह लोग मारे गए। सरकार ने यह माना कि ये खुफिया विफलता है और इसे सुधारने की जरूरत है। जब आपको यह (खुफिया विफलता) मालूम है, पहले ही अच्छी व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि जब आप चूक को मान रहे हैं तो इतने लोगों की मौत की जिम्मेदारी भी आपको लेनी चाहिए। पार्टी ने सरकार से कहा है कि आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ इस लड़ाई में हम पूरी तरह से उनके साथ हैं। अगर सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कदम उठाती है, तो हम उनके साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि देश की खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले की आशंका जताई थी। इस सूचना के बाद ही PM मोदी ने भी अपना कश्मीर दौरा रद्द कर दिया था। ऐसे में मेरा सवाल है कि जब खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले की आशंका जताई थी, तो सरकार ने इस बारे में सभी को अलर्ट क्यों नहीं किया? ALSO READ:
खरगे ने कहा कि देश सबसे बड़ा है। इसके बाद ही पार्टी, धर्म और जातियां आती है। हमने देश के लिए अपनी जान दी है। इंदिरा गांधी जी और राजीव गांधी जी ने देश को एक रखने के लिए बलिदान दिया है। महात्मा गांधी जी ने तो देश को आजादी दिलाई, लेकिन एक गद्दार ने उनके सीने में गोलियां दाग दी।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने कम से कम 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। इनमें ज्यादातर पर्यटक थे। भारत ने इस भयावह घटना के लिए पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार बताया है।
edited by : Nrapendra Gupta