कुछ समस्याएं आम हैं, जिनमें से एक है सिरदर्द की समस्या. शायद ही कोई हो जो इस समस्या से पीड़ित न हो. सिरदर्द एक कॉमन प्रॉब्लम है, जिसे हम अक्सर इग्नोर कर देते हैं, लेकिन अगर यह बार-बार होने लगे, तो इसे हल्के में लेना सही नहीं है. लगातार सिरदर्द कई बार किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. अगर आपको हफ्ते में तीन या उससे ज़्यादा बार सिरदर्द हो रहा है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है. ऐसे में आज हम डॉ. आदित्य गुप्ता (डायरेक्टर – न्यूरोसर्जरी और साइबरनाइफ, आर्टेमिस हॉस्पिटल गुरुग्राम ) से जानेंगे कि आखिर सिरदर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं.
1. डॉ. आदित्य गुप्ता ने बताया कि माइग्रेन एक कारण हो सकता है– अगर सिरदर्द के साथ उल्टी जैसा मन हो, तेज़ रोशनी और आवाज से परेशानी होती है, तो यह माइग्रेन हो सकता है. माइग्रेन में सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होता है, जो कई घंटों तक बना रह सकता है. यह जेनेटिक भी हो सकता है और तनाव, नींद की कमी या हार्मोनल बदलावों से भी बढ़ता है.
2. हाई ब्लड प्रेशर का संकेत- कई बार सिरदर्द हाई ब्लड प्रेशर की वजह से होता है. जब ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ जाता है, तो सिर भारी लगने लगता है और आंखों के पास दर्द महसूस होता है. यह स्थिति हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ा सकती है.
3. साइनस – अगर सिरदर्द के साथ-साथ नाक बंद है, चेहरे या माथे में दर्द है, तो यह साइनस की समस्या हो सकती है. यह बैक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन की वजह से होता है और इलाज न करने पर यह पुरानी समस्या बन सकती है.
4. ब्रेन ट्यूमर- बहुत ही कम मामलों में, बार-बार होने वाला सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर का संकेत भी हो सकता है. खासकर जब दर्द के साथ उल्टी, नजर कमजोर होना, या शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.
5. आंखों की कमजोरी- अगर आपकी नजर कमजोर हो रही है और आप चश्मा नहीं पहनते, तो इससे भी सिरदर्द हो सकता है. ज्यादा देर तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखने से आंखों पर दबाव पड़ता है और सिर दर्द होने लगता है.