What is Brain Fog: कुछ लोग बैठे-बैठे अचानक से ब्लैंक हो जाते हैं. क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं. ऐसे में समय में व्यक्ति को सही गलत कुछ समझ नहीं आता है. इस स्थिति को ब्रेन फॉग के नाम से जाना जाता है.
Effects of Brain Fog: कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे दिमाग में धुंध छा गई हो. सोचने में मुश्किल होती है, चीजें याद नहीं रहतीं और ध्यान लगाना भी मुश्किल हो जाता है. इसे ही ब्रेन फॉग कहते हैं। यह कोई बीमारी नहीं है, बल्कि एक लक्षण है जो बताता है कि आपका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है.
किस तरह करता है प्रभावित?
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सोचने में मुश्किल: जब ब्रेन फॉग होता है, तो आप साफ तौर पर सोच नहीं पाते हैं. आसान से काम भी मुश्किल लग सकते हैं और किसी समस्या का हल निकालना कठिन हो जाता है.
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याददाश्त कमजोर होना: चीजें भूल जाना ब्रेन फॉग का एक आम लक्षण है. आपको हाल की बातें याद रखने में परेशानी हो सकती है या फिर यह भी भूल सकते हैं कि आप क्या करने वाले थे.
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ध्यान लगाने में परेशानी: किसी एक चीज पर ध्यान टिकाना मुश्किल हो जाता है. आप आसानी से भटक सकते हैं और काम पूरा करने में ज्यादा समय लग सकता है.
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सुस्ती और थकान: ब्रेन फॉग होने पर आपको हमेशा थका हुआ महसूस हो सकता है, भले ही आपने आराम किया हो. यह सुस्ती आपके सोचने और काम करने की क्षमता को और भी कम कर सकती है.
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बातचीत में दिक्कत: सही शब्द ढूंढने में परेशानी हो सकती है. आप अपनी बात ठीक से कह नहीं पाते और दूसरों को समझने में भी मुश्किल हो सकती है.
कोई भी हो सकता है शिकार
ब्रेन फॉग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे नींद की कमी, तनाव, कुछ बीमारियाँ, दवाइयाँ या खानपान की आदतें. अगर आपको लगातार ब्रेन फॉग महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है ताकि इसके कारण का पता चल सके और सही इलाज किया जा सके.
क्या है उपाय?
ब्रेन फॉग को ठीक करने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं, जैसे अच्छी नींद लेना, तनाव कम करना, स्वस्थ भोजन खाना और नियमित रूप से व्यायाम करना. इन छोटे-छोटे बदलावों से आपके दिमाग को साफ और तेज रखने में मदद मिल सकती है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)