पथरी एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जो व्यक्ति को अत्यधिक दर्द का अनुभव कराती है। इस लेख में, हम पथरी के इलाज के कुछ सरल और प्रभावी उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
पथरी का प्रकोप पुरुषों में महिलाओं की तुलना में तीन गुना अधिक होता है, और यह आमतौर पर 20 से 30 वर्ष की आयु के लोगों में देखी जाती है। यदि आप पथरी के लक्षणों और इसके उपचार के तरीकों के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।
पथरी एक ऐसी बीमारी है जो रोगी को असहनीय दर्द देती है। प्रदूषित वातावरण और अस्वास्थ्यकर खान-पान के कारण कई बीमारियाँ उत्पन्न हो रही हैं। पथरी का मुख्य कारण यूरिक एसिड, फॉस्फोरस, कैल्शियम और ऑक्सालिक एसिड का संयोजन है। यह किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
पथरी दो प्रकार की होती है: छोटी और बड़ी। छोटी पथरी आसानी से बाहर निकल जाती है, जबकि बड़ी पथरी निकलने में कठिनाई पैदा करती है, जिससे रोगी को अधिक दर्द सहना पड़ता है।
हालांकि पथरी किसी को भी हो सकती है, लेकिन इसका एक प्रमुख कारण यह है कि जब खान-पान के कारण मूत्र गाढ़ा हो जाता है, तो पथरी बनने की प्रक्रिया शुरू होती है। गाढ़े मूत्र के कण धीरे-धीरे जमा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
जब ये मूत्र मार्ग में रुकावट डालते हैं, तो पेशाब करते समय दर्द का अनुभव होता है, जिससे रोगी को यह एहसास होता है कि उसे पथरी हो गई है।
20 ग्राम सूखे तुलसी के पत्ते
20 ग्राम अजवाइन
10 ग्राम सेंधा नमक
इन सामग्रियों को मिलाकर पाउडर बना लें। प्रतिदिन सुबह और शाम 3 ग्राम इस चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से गुर्दे के दर्द में राहत मिलती है और पथरी धीरे-धीरे गलकर बाहर निकलती है।
मूली का 100 मिलीलीटर रस और मिश्री मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से गुर्दे की पथरी कुछ दिनों में गलकर बाहर निकल जाती है।
100 मिलीलीटर नारियल पानी में 10 मिलीलीटर पालक का रस मिलाकर पीने से 14 दिनों में पथरी समाप्त हो जाती है।
25 ग्राम अजमोद को 500 मिलीलीटर पानी में उबालें और आधा रह जाने पर ठंडा करके रोगी को पिलाएं। इससे दर्द तुरंत समाप्त हो जाता है।
कमलीशोरा, गंधक और आमलासार को 10-10 ग्राम मिलाकर हल्की आंच पर गर्म करें और 1-1 ग्राम का आधा कप मूली के रस के साथ सुबह-शाम लें।
जीरा और चीनी को समान मात्रा में मिलाकर दिन में तीन बार एक-एक चम्मच पानी के साथ लेने से पथरी बाहर निकल जाती है।
आंवले का सुखाकर चूर्ण बनाकर हर दिन मूली के साथ खाने से पथरी बाहर निकल आती है।
पपीते के पेड़ की जड़ का 6 ग्राम पिसकर एक कप पानी में घोलकर सेवन करने से पथरी जल्दी बाहर निकल जाती है।