जैसलमेर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर काम कर रहा है। मॉक ड्रिल हो या ब्लैकआउट की प्रैक्टिस, प्रशासन हर तरफ से विपरीत परिस्थितियों के लिए आमजन व प्रशासन को तैयार कर रहा है। इसी कड़ी में जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह ने 12वीं तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। अब आगामी आदेश तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। बुधवार रात कलेक्टर ने 12 बजे से सुबह 4 बजे तक घरों की लाइट आदि बंद रखने के आदेश जारी किए। इससे पहले रात 8.30 बजे से 8.45 बजे तक ब्लैकआउट रहता था। लेकिन रात करीब 12 बजे सभी को 4 घंटे तक अपने घरों आदि की लाइट बंद रखने व ब्लैकआउट में सहयोग करने के आदेश दिए गए। इस दौरान सभी स्ट्रीट लाइट आदि भी बंद रखी गई।
सीमा पर हाई अलर्ट
गौरतलब है कि पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद राजस्थान में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों से किशनगढ़ और जोधपुर एयरपोर्ट से 10 मई तक सभी फ्लाइट संचालन बंद कर दिया गया है। मौजूदा हालात को देखते हुए उत्तर-पश्चिम रेलवे ने अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। वहीं, जैसलमेर में सभी सरकारी-निजी स्कूल और आंगनबाड़ी अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
कलेक्टर को दिशा-निर्देश जारी
गृह विभाग ने आपदा प्रबंधन के लिए राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी अस्पतालों को सभी प्रकार की दवाइयां और डॉक्टर उपलब्ध रखने को कहा गया है। ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में रक्त रखा जाए। सोशल मीडिया पर देश के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट और कंटेंट पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए। पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री की व्यवस्था की जाए। जो गांव सीमा पर हैं, उनके लिए आपातकालीन योजना तैयार करने को कहा गया है। अस्पतालों, बिजली संयंत्रों, तेल और गैस डिपो और पाइपलाइनों, धार्मिक स्थलों आदि के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।