मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी के करीबी सहयोगी राणा को 4 अप्रैल को अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी समीक्षा याचिका खारिज करने के बाद भारत लाया गया था। अदालत ने 11 अप्रैल को उसे 18 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया था।
हाफिज सईद की योजनाओं पर कर सकता है खुलासा : अदालत ने 28 अप्रैल को राणा की एनआईए हिरासत 12 दिन के लिए और बढ़ा दी थी, क्योंकि एजेंसी ने अदालत को बताया था कि राणा भारत के लिए लश्कर-ए-तैयबा और उसके प्रमुख हाफिज सईद की मौजूदा और भविष्य की आतंकी योजनाओं के बारे में खुलासा कर सकता है।
क्या है आतंकी राणा का दावा : एजेंसी ने कहा कि वह राणा के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उससे 'नियत' तरीके से पूछताछ कर रही है। हालांकि राणा ने दावा किया था कि उससे प्रतिदिन 20 घंटे पूछताछ की जा रही है। एनआईए ने राणा की ओर से असहयोग किए जाने का दावा करते हुए उसकी हिरासत मांगी थी। अदालत ने 30 अप्रैल को एजेंसी को राणा की आवाज और लिखावट के नमूने एकत्र करने की अनुमति दी। (वेबदुनिया/एजेंसी)