Silent Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक एक खतरनाक स्थिति होती है, लेकिन जब यह बिना किसी खास लक्षण के आता है, तो इसे साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता है. डॉ. आनंद कुमार पांडे (सीनियर कंसलटेंट – कार्डियोलॉजी , मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली) ने बताया कि यह आमतौर पर बिना किसी चेतावनी के होता है और कई बार मरीज को इसका पता भी नहीं चलता. कुछ लोग इसे मामूली थकान, गैस की समस्या या हल्की बेचैनी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह जानलेवा साबित हो सकता है, खासकर अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए.
कैसे होता है साइलेंट हार्ट अटैक?
डॉ. आनंद ने बताया कि साइलेंट हार्ट अटैक में दिल की आर्टरीज ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे हार्ट को सही मात्रा में खून नहीं मिलता, लेकिन इसमें आमतौर पर तेज चेस्ट पेन नहीं होता, जो हार्ट अटैक का सबसे बड़ा संकेत माना जाता है. इसके बजाय, मरीज को थकान, हल्की सांस फूलना, पसीना आना, चक्कर आना या अपच जैसी समस्या हो सकती है. कई बार लोग इसे गैस या एसिडिटी समझकर टाल देते हैं, जिससे खतरा और बढ़ जाता है.
किन लोगों को ज्यादा खतरा?
कई बार लोग रात में सोते हुए साइलेंट हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं और सुबह उठ ही नहीं पाते. इसका कारण अचानक कार्डियक अरेस्ट होता है, जिसमें दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं और मरीज को बचाने का समय ही नहीं मिलता. अगर समय रहते पहचान हो जाए, तो इलाज संभव है.
कैसे बचें साइलेंट हार्ट अटैक से?
साइलेंट हार्ट अटैक को पहचानना मुश्किल हो सकता है, लेकिन समय पर अवेयरनेस और सही इलाज से जान बचाई जा सकती है. इसलिए, अगर कोई भी ऐसे लक्षण दिखे, तो डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करे और अपने दिल का ख्याल रखें.