ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। युद्ध जैसे हालात के चलते पिछले 18 घंटे से चल रहे भारत-पाकिस्तान युद्ध को लेकर केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। राज्य और केंद्र सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। इस तनाव के चलते पैदा होने वाली आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। एहतियात के तौर पर सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। देश के सीमावर्ती इलाकों में निगरानी के साथ ही आपातकालीन सेवाओं को भी हाई अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है।
मेडिकल सेवाएं हाई अलर्ट मोड पर
दरअसल, इस समय एलओसी पर तनाव को देखते हुए देश के 244 शहरों को बेहद संवेदनशील माना गया था। हाड़ौती के कोटा को भी इस सूची में शामिल किया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बीच स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद मेडिकल सेवाओं को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है। जिसके तहत मेडिकल कर्मियों में शामिल डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं। इन सभी को 24 घंटे अपने मोबाइल फोन चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि जब उन्हें ड्यूटी के लिए बुलाया जाए, तो वे तुरंत उपस्थित हो सकें।
आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अस्पताल तैयार
इसी को ध्यान में रखते हुए कोटा के एमबीएस अस्पताल में सभी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अस्पताल के सभी वार्डों में पांच-पांच अतिरिक्त बेड रखे गए हैं, ताकि आपातकालीन स्थितियों में इन बेड का उपयोग किया जा सके। अस्पताल प्रशासन ने आईसीयू में 20 बेड आरक्षित रखे हैं। आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए ऑक्सीजन और दवा, ब्लड बैंक की भी पूरी व्यवस्था की गई है।