हमें हर दिन जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए। तभी हम स्वस्थ रहते हैं और कोई बीमारी हमें नहीं होती। लेकिन कई लोग सही पोषणयुक्त आहार नहीं लेते हैं।इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।पोषण की कमी के कारण हममें कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिनमें से एक पैरों में ऐंठन है। यह अधिकतर नींद में होता है। जब हम सोते समय पैरों को ऊपर उठाते हैं, तो ऐंठन हो जाती है। इससे तेज दर्द होता है, जो जल्दी कम नहीं होता, जिससे नींद में बाधा आती है। यह कई लोगों को बार-बार होता है।
लेकिन यह केवल रात में नहीं, कुछ लोगों को दिन के समय भी ऐंठन होती है। इसके प्रमुख कारण में से एक है मैग्नीशियम की कमी। मैग्नीशियम की कमी से यह समस्या होती है। इससे हम लंबे समय तक बैठ नहीं पाते, खड़े नहीं रह पाते, चुभन होती है और रक्त वाहिकाओं में अवरोध उत्पन्न होता है। नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे ऐंठन होती है। इसलिए, मैग्नीशियम की कमी इस समस्या का मुख्य कारण है। अगर हम मैग्नीशियम से भरपूर आहार लें, तो इस समस्या से राहत मिल सकती है।
जब ये ऐंठन होती है, तो कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। ऐंठन वाले स्थान पर बर्फ लगाकर हल्के से मसाज करें। इससे दर्द में आराम मिलता है। इसके अलावा, रात में सोते समय पैरों के नीचे तकिए रखकर पैर ऊंचे रखें। पैरों को अच्छे से खींच कर हल्का व्यायाम करने से भी दर्द में राहत मिलती है।
मैग्नीशियम से भरपूर आहार जैसे पालक, कद्दू के बीज, बादाम, दही, हरी पत्तेदार सब्जियाँ खानी चाहिए। खासकर, करेला और कद्दू ऐंठन से राहत देने में सहायक होते हैं। इन ऐंठन के लिए रक्ताल्पता भी एक कारण हो सकती है, इसलिए रक्ताल्पता की जांच करवानी चाहिए। अगर रक्ताल्पता हो, तो आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए। इससे समस्या कम हो जाएगी। इसके अलावा, थाइरॉयड भी इसका एक कारण हो सकता है। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । इसलिए अगर ये दर्द नहीं जा रहे हैं, तो थाइरॉयड की जांच करवानी चाहिए। अगर थाइरॉयड समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह से दवाइयां लेनी चाहिए। इससे पैरों में ऐंठन कम हो जाएगी।