मैं अमेरिका नहीं गया : अटलजी ने आगे कहा- क्लिंटन ने मुझसे कहा कि यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आ गए हैं, आप भी आ जाइए। दोनों मिलकर बैठिए, हम सवालों को तय करेंगे। तब मैंने क्लिंटन से कहा था जब तक पाकिस्तान के कब्जे में एक इंच भी जमीन है, मैं कोई बात नहीं करूंगा। मैं अमेरिका के दबाव में नहीं आया। मैं अमेरिका नहीं गया।
... तो पाकिस्तान अगले दिन का सूरज नहीं देख पाएगा : बताया जाता है कि उस समय क्लिंटन ने अटल जी से कहा था कि युद्ध सही संदेश नहीं देता। तो अटलजी ने शांत स्वर में कहा- कारगिल की लड़ाई हमारे हाथ में नहीं है। यह पाकिस्तान के हाथ में है। वह आतंकवादियों को वापस बुला ले तो युद्ध अपने आप बंद हो जाएगा। उस समय क्लिंटन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि पाकिस्तान से कहिए वह परमाणु बम चलाए। वह चला तो लेगा, लेकिन उसके देश का कोई भी नागरिक अगले दिन का सूरज नहीं देख पाएगा।
क्या अमेरिका के दबाव में झुकी सरकार : दरअसल, अटल जी का यह वीडियो इसलिए भी वायरल हो रहा है क्योंकि भारत पाकिस्तान युद्ध विराम के बाद सोशल मीडिया पर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना हो रही है। कहा जा रहा है कि सरकार अमेरिका के दबाव में झुक गई। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप के दबाव के चलते ही सरकार युद्धविराम के लिए राजी हुई है।
क्या कहा ट्रंप ने : अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में घोषणा की कि अमेरिका की मध्यस्थता में पूरी रात चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ‘तत्काल और पूर्ण संघर्ष विराम’ पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों को समझदारी और विवेक का इस्तेमाल करने के लिए बधाई। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।
ट्रंप ने यह घोषणा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के विदेश मंत्री एस जयशंकर, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से बातचीत के बाद की। रुबियो ने भी ‘एक्स’ पर ऐसा ही बयान दिया है। रुबियो ने कहा कि पिछले 48 घंटे में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, सेना प्रमुख मुनीर और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत वरिष्ठ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत की है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala