शनिवार को जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा की गई भारी मोर्टार गोलाबारी और ड्रोन हमलों में जम्मू-कश्मीर सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी और दो सुरक्षाकर्मियों सहित कुल सात लोगों की जान चली गई। इस हमले में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह घटना पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन करने के बाद हुई।
गोलाबारी में जानमाल का नुकसान
पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों ने जम्मू क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया। यह हिंसा पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद बढ़ी। अधिकारियों के अनुसार, इस गोलीबारी में सात लोगों की जान गई, जिनमें एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री का मुआवजा ऐलान
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और क्रॉस-बॉर्डर गोलीबारी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की।” पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए और लोगों से गिरे हुए ड्रोन के मलबे से दूर रहने की सलाह दी।
युद्धविराम की घोषणा
भारत और पाकिस्तान ने शनिवार रात को युद्धविराम की घोषणा की, जिससे क्षेत्र में तनाव कम होने की उम्मीद है। यह घटना क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की आवश्यकता को उजागर करती है। सरकार ने घायलों के इलाज और प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए त्वरित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।