फिल्म निर्माता साजिद खान ने हाल ही में फिल्म उद्योग के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि असली हीरो केवल साउथ सिनेमा में ही मौजूद हैं। साजिद ने बॉलीवुड में हीरो की कमी की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब इस क्षेत्र में केवल लीड एक्टर्स हैं, असली एक्टर्स नहीं। उन्होंने दिग्गजों जैसे अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और धर्मेंद्र का उदाहरण देते हुए आज के अभिनेताओं की बॉडी-ओरिएंटेड छवि पर सवाल उठाए।
साजिद ने साउथ सिनेमा की तारीफ करते हुए कहा कि वहां हीरो को आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। उन्होंने कहा, "साउथ में हीरो की एंट्री हमेशा प्रभावशाली होती है और वे कभी भी ऐसी फिल्मों में काम नहीं करते जो समाज के लिए गलत हों।" उन्होंने यह भी बताया कि साउथ इंडस्ट्री में 'हीरो' का अर्थ आज भी वैसा ही है जैसा पहले बॉलीवुड में था।
साजिद ने चुटकी लेते हुए कहा, "हमने कभी 'सुपरलीड' नहीं सुना, लेकिन 'सुपरहीरो' जरूर सुना है।" उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड में असली हीरो अब बहुत कम रह गए हैं। पहले के नायकों की आंखों में एक अलग तरह का गुस्सा और गहराई होती थी, जो आज के अभिनेताओं में कम दिखाई देती है।
साजिद ने रणबीर कपूर का उदाहरण देते हुए कहा कि फिल्म 'एनिमल' के लिए उन्होंने बॉडी बनाई, लेकिन उनका मानना है कि अगर रणबीर ऐसा नहीं करते, तो भी फिल्म सफल होती। उन्होंने सनी देओल की 'गदर 2' की बॉडी को 'देसी बॉडी' कहा और उनके एक्शन सीन को आज भी विश्वसनीय बताया।
साजिद खान, कोरियोग्राफर और निर्देशक फराह खान के भाई हैं। उन्होंने 'डरना जरूरी है' से अपने निर्देशन की शुरुआत की और 'हे बेबी', 'हाउसफुल' जैसी सफल फिल्मों से पहचान बनाई। हालांकि, 'हिम्मतवाला' और 'हमशक्ल' के असफल होने के बाद वे निर्देशन से दूर हो गए। हाल ही में, वे सलमान खान के रियलिटी शो 'बिग बॉस 16' में दिखाई दिए थे।