ATM से बैलेंस पूछना भी पड़ेगा भारी, नए नियमों के तहत लगेंगे अतिरिक्त शुल्क, जानिए पूरी जानकारी » पढ़ें
sabkuchgyan May 12, 2025 04:27 PM

आज के समय में बैंकिंग सेवाएं हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी हैं। डिजिटल इंडिया के दौर में लोग बैंक ब्रांच जाने की बजाय एटीएम (एटीएम) का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। एटीएम से पैसे निकालना, बैलेंस चेक करना, मिनी स्टेटमेंट निकालना या पिन बदलना अब आम बात हो गई है। लेकिन अब एटीएम से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है, जिससे हर खाताधारक को सतर्क रहना जरूरी है।

1 मई 2025 से एटीएम से पैसे निकालने या बैलेंस चेक करने पर भी अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम ट्रांजेक्शन चार्जेस को लेकर नए नियम जारी किए हैं। इन नियमों के मुताबिक, अगर आप फ्री लिमिट से ज्यादा बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो हर बार पैसे निकालने या बैलेंस चेक करने पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।

इस बदलाव का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा, जो महीने में कई बार एटीएम से ट्रांजेक्शन करते हैं। ऐसे में अगर आप भी बार-बार एटीएम से पैसे निकालते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए विस्तार से जानते हैं नए ATM नियम, शुल्क और इससे जुड़ी हर जरूरी बात।

एटीएम नियम परिवर्तन 2025

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 मई 2025 से एटीएम ट्रांजेक्शन चार्जेस में बदलाव किया है। अब हर बैंक अपने ग्राहकों को हर महीने एक निश्चित संख्या तक फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन देगा। इस सीमा के बाद हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर आपको शुल्क देना होगा। यह शुल्क पैसे निकालने (Cash Withdrawal) और बैलेंस चेक करने (Balance Enquiry) दोनों पर लागू होगा।

मुख्य बातें:

  • मेट्रो शहरों में एक ग्राहक को हर महीने सिर्फ 3 फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन मिलेंगे।
  • नॉन-मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 फ्री ट्रांजेक्शन की है।
  • इसके बाद हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर अधिकतम ₹23 (प्लस टैक्स) शुल्क लगेगा।
  • यह नियम सभी बैंकों (सरकारी, प्राइवेट, को-ऑपरेटिव) पर लागू होगा।
  • यह शुल्क फाइनेंशियल (पैसे निकालना) और नॉन-फाइनेंशियल (बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट, पिन चेंज) दोनों ट्रांजेक्शन पर लागू है।

एटीएम नियम 2025 अवलोकन तालिका बदलें

विशेषता विवरण
नियम लागू होने की तारीख 1 मई 2025
फ्री ट्रांजेक्शन (मेट्रो) 3 प्रति माह (अपने बैंक/अन्य बैंक)
फ्री ट्रांजेक्शन (नॉन-मेट्रो) 5 प्रति माह (अपने बैंक/अन्य बैंक)
शुल्क (फ्री लिमिट के बाद) ₹23 प्रति ट्रांजेक्शन (प्लस टैक्स)
शुल्क किन पर लागू पैसे निकालना, बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट
किन बैंकों पर लागू सभी सरकारी, प्राइवेट, को-ऑपरेटिव बैंक
CRMs पर लागू हां (केवल डिपॉजिट छोड़कर)
पहले शुल्क कितना था ₹21 प्रति ट्रांजेक्शन
नया शुल्क ₹23 प्रति ट्रांजेक्शन

ATM से बैलेंस चेक और पैसे निकालने पर शुल्क: विस्तार से समझें

फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट

  • मेट्रो शहर: मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे शहरों में हर ग्राहक को महीने में 3 फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन मिलेंगे। इसमें पैसे निकालना और बैलेंस चेक दोनों शामिल हैं।
  • नॉन-मेट्रो शहर: बाकी सभी शहरों और ग्रामीण इलाकों में यह सीमा 5 फ्री ट्रांजेक्शन प्रति माह है।

शुल्क कैसे लगेगा?

  • अगर आप अपनी फ्री लिमिट पार कर लेते हैं, तो हर बार पैसे निकालने, बैलेंस चेक करने, मिनी स्टेटमेंट निकालने या पिन बदलने पर आपको अधिकतम ₹23 (प्लस टैक्स) देना होगा।
  • यह शुल्क अपने बैंक के एटीएम और अन्य बैंकों के एटीएम दोनों पर लागू होगा।

अलग-अलग बैंकों के शुल्क

  • एचडीएफसी बैंक: फ्री लिमिट के बाद ₹23 + टैक्स प्रति ट्रांजेक्शन।
  • PNB (पंजाब नेशनल बैंक): फ्री लिमिट के बाद अन्य बैंक के एटीएम पर पैसे निकालने पर ₹23, नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन (जैसे बैलेंस चेक) पर ₹11 (GST अलग)।
  • इंडसाइंड बैंक: फ्री लिमिट के बाद अन्य बैंक के एटीएम पर ₹23 प्रति ट्रांजेक्शन।
  • एसबीआई: SBI के अपने एटीएम पर फ्री लिमिट के बाद ₹15 + GST, अन्य बैंकों के एटीएम पर ₹21 + GST।
  • आईसीआईसीआई बैंक: फ्री लिमिट के बाद ₹21 प्रति फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन, ₹8.50 + GST प्रति नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन।

नए ATM नियमों का असर

  • अक्सर एटीएम इस्तेमाल करने वालों पर सीधा असर: जो लोग महीने में कई बार पैसे निकालते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, उन्हें अब ज्यादा शुल्क देना पड़ेगा।
  • डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा: नए नियमों का मकसद डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना भी है, ताकि लोग बार-बार एटीएम से पैसे न निकालें।
  • बैंकों के खर्च में वृद्धि: ATM नेटवर्क को चलाने, सुरक्षा बढ़ाने और मेंटेनेंस के बढ़ते खर्च की वजह से यह शुल्क बढ़ाया गया है।

किन-किन ट्रांजेक्शन पर शुल्क लगेगा?

  • पैसे निकालना (Cash Withdrawal)
  • बैलेंस चेक करना (Balance Enquiry)
  • मिनी स्टेटमेंट निकालना (Mini Statement)
  • पिन बदलना (PIN Change)

नोट: कुछ बैंक अपने ग्राहकों को नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन (जैसे बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट) पर फ्री सुविधा दे सकते हैं, लेकिन यह बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करता है।

ATM शुल्क से कैसे बचें? – जरूरी टिप्स

  • महीने में कम से कम बार एटीएम का इस्तेमाल करें।
  • एक बार में ज्यादा पैसे निकालें, ताकि बार-बार एटीएम न जाना पड़े।
  • डिजिटल पेमेंट (UPI, नेट बैंकिंग, मोबाइल वॉलेट) का ज्यादा इस्तेमाल करें।
  • फ्री लिमिट का ध्यान रखें और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक करते रहें।
  • मिनी स्टेटमेंट या बैलेंस चेक के लिए मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या हर बार बैलेंस चेक करने पर भी शुल्क लगेगा?
A: हां, अगर आपने महीने की फ्री लिमिट पार कर ली है, तो बैलेंस चेक करने पर भी शुल्क लगेगा।

Q2: फ्री ट्रांजेक्शन में कौन-कौन से ट्रांजेक्शन शामिल हैं?
A: फ्री ट्रांजेक्शन में पैसे निकालना, बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट, पिन चेंज आदि शामिल हैं।

Q3: क्या यह नियम सभी बैंकों पर लागू है?
A: हां, यह नियम सभी सरकारी, प्राइवेट, को-ऑपरेटिव बैंकों पर लागू है।

Q4: क्या कैश डिपॉजिट (Cash Deposit) पर भी शुल्क लगेगा?
A: नहीं, कैश डिपॉजिट (Cash Recycler Machine) पर यह शुल्क लागू नहीं है।

Q5: क्या माइक्रो-एटीएम या इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन पर भी ये चार्ज लगेंगे?
A: नहीं, माइक्रो-एटीएम, इंटरनेशनल एटीएम ट्रांजेक्शन पर ये चार्ज लागू नहीं हैं।

क्यों बढ़ाए गए हैं ATM शुल्क?

  • एटीएम की सुरक्षा और मेंटेनेंस लागत बढ़ गई है।
  • डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए।
  • बैंकों के ऑपरेशन खर्च को कवर करने के लिए।
  • ग्राहकों को फिजिकल कैश की बजाय डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए।

डिजिटल पेमेंट का विकल्प

  • UPI (यूपीआई) से पेमेंट करें।
  • इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करें।
  • डेबिट/क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करें।
  • मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करें।

क्या करें और क्या न करें (Do’s & Don’ts)

क्या करें:

  • फ्री लिमिट का ध्यान रखें।
  • डिजिटल माध्यमों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।
  • ट्रांजेक्शन हिस्ट्री नियमित रूप से चेक करें।

क्या न करें:

  • बार-बार छोटे अमाउंट के लिए एटीएम न जाएं।
  • फ्री लिमिट पार होने के बाद गैरजरूरी ट्रांजेक्शन न करें।
  • बैंक की पॉलिसी पढ़े बिना ट्रांजेक्शन न करें।

निष्कर्ष

ATM से जुड़े नए नियमों के तहत अब हर ग्राहक को फ्री ट्रांजेक्शन की लिमिट का ध्यान रखना जरूरी है। फ्री लिमिट पार करने के बाद पैसे निकालने या बैलेंस चेक करने पर ₹23 (प्लस टैक्स) तक का शुल्क देना पड़ेगा। यह नियम सभी बैंकों पर लागू है और इसका मकसद डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना और बैंकों के बढ़ते खर्च को कवर करना है।

अगर आप बार-बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपको अपनी ट्रांजेक्शन प्लानिंग स्मार्ट तरीके से करनी होगी। डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल बढ़ाएं और अनावश्यक शुल्क से बचें।

अस्वीकरण: यह जानकारी RBI और प्रमुख बैंकों द्वारा जारी किए गए आधिकारिक नोटिफिकेशन और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। नए ATM शुल्क और नियम पूरी तरह असली हैं और 1 मई 2025 से लागू हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर कई बार फर्जी खबरें भी वायरल होती हैं, इसलिए हमेशा अपने बैंक की वेबसाइट या RBI के नोटिफिकेशन से ही पुष्टि करें।
यह स्कीम या नियम पूरी तरह वास्तविक है, और इसका उद्देश्य ग्राहकों को जागरूक करना और बैंकों के खर्च को संतुलित करना है।
अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव लाएं और अनावश्यक शुल्क से बचें।

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.