जमीन मालिक के बेटे की शिकायत पर जांच के बाद एसपी ने सिविल लाइंस थाना प्रभारी राजवीर सिंह, हैड कांस्टेबल रामनिवास, कांस्टेबल सीताराम व चंद्रप्रकाश को निलंबित कर दिया है। मामले के अनुसार अजमेर के एक व्यक्ति ने नोएडा में करीब सात करोड़ रुपए में जमीन का सौदा किया और इसके लिए जमीन मालिक को पच्चीस लाख रुपए एडवांस भी दिए। बाद में अजमेर के व्यक्ति ने जमीन मालिक को रुपए वापस लेने के लिए अजमेर बुलाया।
होटल में दबाव व धमकी : पांच मई को जयपुर-अजमेर हाईवे स्थित एक होटल में पुलिसकर्मियों ने जमीन मालिक पर दबाव बनाया। जमीन मालिक व उसकी पत्नी ने रुपए नहीं होने की बात कही, लेकिन धमकी के बाद दस लाख रुपए देने पर राजी हो गए।
शांतिभंग के आरोप में जमीन मालिक को गिरफ्तार : पुलिसकर्मी जमीन मालिक को थाने ले आए, जहां उस पर अपनी पत्नी से अभद्रता करने का भी आरोप है। थाने में जमीन मालिक के बेटे ने अजमेर के व्यक्ति को दस लाख रुपए दे दिए। पुलिसकर्मियों ने जमीन मालिक को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जमीन मालिक के बेटे ने एसपी को शिकायत दी। चारों पुलिसकर्मी सस्पेंड जांच में पता चला कि सिविल लाइन थाने के इन पुलिसकर्मियों को एक गुमशुदगी के मामले की जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन इन्होंने करोड़ों के लेनदेन में भूमिका निभाई। एसपी वंदिता राणा ने बताया कि पैसों के लेनदेन और शिकायतकर्ता को गिरफ्तार कर पैसे मांगने की शिकायत मिलने पर जांच की गई। शुरुआती जांच में शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। मामले की जांच सीओ नॉर्थ रुद्र प्रकाश शर्मा को सौंपी गई है।