शतावरी: औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी के फायदे और सेवन विधि
Gyanhigyan May 13, 2025 08:42 AM
शतावरी का परिचय

यह जड़ी-बूटी भारत के विभिन्न हिस्सों में पाई जाती है और इसे क्लाइंबर के रूप में जाना जाता है। शतावरी का पौधा कई घरों और निजी बागों में भी उगाया जाता है। इसकी जड़ में कई औषधीय गुण मौजूद हैं।


शतावरी के औषधीय गुण

इस पौधे पर सफेद रंग के सुगंधित फूल और छोटे लाल फल लगते हैं, जो ज़हरीले होते हैं। आयुर्वेद में शतावरी का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है।


शतावरी के फायदे :

  • यह औषधि घावों की सफाई में सहायक होती है और फेफड़ों में जलन तथा दमा जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करती है।

  • पित्त के बढ़ने से उत्पन्न समस्याओं में शतावरी का सेवन लाभकारी है।

  • यह मस्तिष्क के स्नायु तंत्र को पोषण और आराम देती है।

  • मानसिक तनाव, जकड़न, और अनिद्रा जैसी समस्याओं में भी शतावरी का सेवन फायदेमंद है।

  • यह शरीर, मन और बुद्धि को ऊर्जा प्रदान करती है।

  • रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाने में भी यह सहायक है।

  • इस औषधि के सेवन से आध्यात्मिक प्रेम और सात्विक भावनाएँ जागृत होती हैं।

  • यह पुराने बुखार को ठीक करने में भी सक्षम है।

  • महिलाओं के लिए माहवारी के दौरान शतावरी के गुण विशेष लाभकारी होते हैं।


  • शतावरी का सेवन कैसे करें कैसे करें इसका सेवन :

    • शुरुआत में एक चौथाई चम्मच शतावरी का सेवन करें और धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाकर आधा चम्मच करें।

    • इसे दूध और घी के साथ लेना चाहिए, जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है।


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