पृथ्वी शॉ: भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे पृथ्वी शॉ को एक समय में सचिन तेंदुलकर का उत्तराधिकारी माना जाता था। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि उनमें सचिन, वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा की झलक है। लेकिन अब वह क्रिकेट की दुनिया में कहीं खो गए हैं।
हालांकि, पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक शानदार पारी खेलकर सबको चौंका दिया। उन्होंने एक मैच में 227 रन बनाकर गेंदबाजों की धुनाई की। आइए जानते हैं उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बारे में।
विजय हजारे में पृथ्वी शॉ का दोहरा शतकपृथ्वी शॉ को भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जाता था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में ही सभी को अपनी प्रतिभा से प्रभावित किया।
2021 में विजय हजारे ट्रॉफी के एक मैच में उन्होंने शानदार पारी खेली। उस मैच में, पृथ्वी ने पुदुचेरी के खिलाफ 227 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 31 चौके और 5 छक्के लगाए।
यह मुकाबला 2021 में हुआ था, जिसमें मुंबई और पुदुचेरी की टीमें आमने-सामने थीं। पुदुचेरी ने टॉस जीतकर मुंबई को पहले बल्लेबाजी करने का निमंत्रण दिया। मुंबई ने 4 विकेट के नुकसान पर 457 रन बनाए।
पुदुचेरी की टीम 38.1 ओवर में 224 रनों पर आउट हो गई, जिससे मुंबई ने मैच 233 रनों से जीत लिया।
पृथ्वी शॉ की टीम से अनुपस्थितिपृथ्वी शॉ, जो कभी भारतीय क्रिकेट का भविष्य माने जाते थे, अब किसी भी टीम का हिस्सा नहीं हैं। वह लंबे समय से क्रिकेट से दूर हैं और आखिरी बार 2021 में खेलते हुए नजर आए थे। उनकी अचानक मिली शोहरत ने उन्हें गुमनामी में धकेल दिया।
पृथ्वी शॉ का क्रिकेट करियरपृथ्वी शॉ ने अपने करियर में 12 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिनमें 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 शामिल हैं। उन्होंने 42.37 की औसत से 339 रन और 31.50 की औसत से 189 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 2 अर्धशतक आए हैं।