अहम पदों पर रही हैं अनीता : आनंद (58) चुनाव से पहले नवोन्मेष, विज्ञान एवं उद्योग मंत्री थीं और इससे पहले भी वह रक्षा मंत्री सहित कई पदों पर रह चुकी हैं। उन्होंने मेलानी जोली की जगह ली है, जो अब उद्योग मंत्री हैं। ओकविले ईस्ट से सांसद आनंद ने शपथ लेने के तुरंत बाद ‘एक्स’ पर लिखा- कनाडा की विदेश मंत्री बनाए जाने पर मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री कार्नी और हमारी टीम के साथ मिलकर एक सुरक्षित, निष्पक्ष दुनिया बनाने और कनाडाई लोगों के लिए काम करने को लेकर उत्साहित हूं। अनीता ने रक्षा मंत्री रहते हुए सेना में यौन दुराचार के खिलाफ भी कदम उठाए। कहा जाता है कि उन्होंने रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान कीव को व्यापक सैन्य मदद के साथ-साथ यूक्रेनी सैनिकों की ट्रेनिंग के लिए भी व्यवस्था की थी।
कनाडा के ग्रामीण क्षेत्र में जन्म : अनीता आनंद के पिता एसवी आनंद तमिलनाडु से थे, जबकि उनकी मां सरोज डी. राम पंजाब की रहने वाली थीं। उनके माता-पिता फिजिशियन थे। ग्रामीण क्षेत्र नोवा स्कोटिया में जन्मी और पली-बढ़ी आनंद 1985 में ओन्टारियो चली गई थीं। उन्होंने और उनके पति (जॉन) ने अपने चार बच्चों का पालन-पोषण ओकविले में किया। वह पहली बार 2019 में ओकविले से सांसद चुनी गई थीं।
आनंद ने कोविड-19 महामारी दौरान कनाडाई लोगों के लिए वैक्सीन, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और रैपिड टेस्ट सुरक्षित करने के लिए अनुबंध वार्ता का नेतृत्व भी किया था। राजनीति के अलावा अनीता आनंद की पहचान एक विद्वान वकील और शोधकर्ता के रूप में भी रही है। वह टोरंटो यूनिवर्सिटी में लॉ की प्रोफेसर भी रह चुकी हैं।
मनिंदर सिद्धू बने व्यापार मंत्री : कनाडा के मंत्रिमंडल में मनिंदर सिद्धू को भी महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। सिद्धू को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री बनाया गया। सिद्धू (41) ने भी शपथ ग्रहण के बाद कहा कि कनाडा का अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री बनाया जाना उनके लिए ‘जीवन का सबसे बड़ा सम्मान’ है। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मार्क कार्नी का आभारी हूं कि व्यापार में विविधता लाने, कनाडाई व्यवसायों को नए वैश्विक बाजारों तक पहुंचने में सहायता करने और कनाडा में अच्छे वेतन वाली नौकरियां पैदा करने में उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है।
सिद्धू की वेबसाइट के अनुसार, वह 2019 से ‘ब्रैम्पटन ईस्ट’ से सांसद हैं और 4 साल से अधिक समय तक वह ‘ग्लोबल अफेयर्स कनाडा’ में संसदीय सचिव भी रहे और उन्होंने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने, अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने में मदद की। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala