यदि आप आज सोना या चांदी खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो बाजार की वर्तमान स्थिति को समझना आवश्यक है। मंगलवार, 13 मई 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। यह वृद्धि केवल भारत में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल मार्केट की गतिविधियों, भारत-पाकिस्तान सीजफायर और अमेरिका-चीन ट्रेड डील जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों से भी संबंधित है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जून डिलीवरी वाला सोना आज दोपहर 1:39 बजे 1,150 रुपये की वृद्धि के साथ ₹94,051 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। सोमवार को यह ₹92,901 पर बंद हुआ था। यह वृद्धि दर्शाती है कि निवेशकों में सोने के प्रति रुचि फिर से बढ़ी है।
जुलाई डिलीवरी वाली चांदी भी MCX पर तेजी के साथ ₹97,628 प्रति किलो पर पहुंच गई। सोमवार को यह ₹95,344 प्रति किलो पर बंद हुई थी, जिससे एक ही दिन में लगभग 2.4% की वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि शॉर्ट टर्म इनवेस्टर्स के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।
भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में थोड़ा बहुत अंतर है, लेकिन कुल मिलाकर रेट 92,000 से ऊपर चल रहे हैं:
दिल्ली – ₹92,890 प्रति 10 ग्राम
मुंबई – ₹93,050 प्रति 10 ग्राम
कोलकाता – ₹92,920 प्रति 10 ग्राम
बेंगलुरु – ₹93,120 प्रति 10 ग्राम
चेन्नई – ₹93,320 प्रति 10 ग्राम (देश में सबसे ऊंची कीमत)
सोने और चांदी की कीमतों में इस तेजी के पीछे कई कारण हैं, जो वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता से जुड़े हैं। हाल ही में:
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर सकारात्मक संकेत मिले हैं।
अमेरिका और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण ट्रेड डील हुई है, जिसमें अगले 90 दिनों के लिए दोनों देशों ने आयात-निर्यात पर टैक्स में भारी कटौती की है।
अमेरिका ने चीनी सामान पर टैक्स को 145% से घटाकर 30% किया है।
चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर टैक्स को 125% से घटाकर 10% किया है।
इन निर्णयों से भले डॉलर को मजबूती मिली हो, लेकिन बाजार में स्थिरता ने गोल्ड की डिमांड को फिर से बढ़ा दिया है। निवेशक इसे एक सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि ठीक एक दिन पहले यानी सोमवार को सोने की कीमतों में लगभग 4,000 रुपये की भारी गिरावट देखी गई थी। यह गिरावट 23 जुलाई 2024 के बाद सबसे बड़ी मानी जा रही थी। तब निवेशकों को लगा था कि अंतरराष्ट्रीय तनाव कम होने से गोल्ड में निवेश घटेगा। लेकिन आज की तेजी ने फिर से रुख बदल दिया है।
मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि सोना ₹94,000 से ₹95,000 प्रति 10 ग्राम के बीच एक रेजिस्टेंस ज़ोन में है। यदि यहां से ज्यादा वैश्विक अस्थिरता नहीं बनी, तो:
कीमतों में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
₹90,000 के आसपास सपोर्ट लेवल बना रहेगा।
इसका मतलब यह है कि यदि आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर हो सकता है। वहीं, शॉर्ट टर्म निवेशक इस समय अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
आज के बाजार में सोना और चांदी दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन निवेश करने से पहले बाजार की चाल और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का विश्लेषण करना आवश्यक है। चाहे आप गहनों के लिए खरीदारी कर रहे हों या निवेश के लिए, एक बात याद रखें—सोना जितना चमकता है, उतना जोखिम से भरा भी हो सकता है।