पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 'सिंधु जल समझौता' को स्थगित करने का फैसला लिया था। भारत के फैसले को लेकर अब पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौता की शर्तों पर चर्चा करने की बात कही है। पाकिस्तान ने भारत से 'सिंधु जल समझौते' को लेकर उठाए गए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से पाकिस्तान में संकट खड़ा हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के जल संसाधन सचिव सैयद अली मुर्तजा ने बुधवार को भारत के जल संसाधन सचिव को पत्र लिखकर कहा कि सिंधु जल संधि में कहीं भी इसे निलंबित करने की बात का समर्थन नहीं है। जल संसाधन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारत द्वारा निलंबन को सही ठहराने के लिए इस्तेमाल की गई भाषा संधि में कहीं नहीं मिलती।
पाकिस्तान ने कहा कि सिंधु जल समझौता अपने मूल रूप में वैध है और इसमें एकतरफा बदलाव या निलंबन का कोई नियम नहीं है।
न्यूज़ एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि नियम के मुताबिक पाकिस्तान द्वारा लिखा गया यह पत्र विदेश मंत्रालय भेज दिया गया है। उन्होंने भारत से फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की है।
सिंधु जल समझौते में भारत को जिन बातों को लेकर आपत्ति है उन पर पाकिस्तान की ओर से चर्चा करने की इच्छा को बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इससे पहले दो बार नोटिस दिए जाने के बाद भी पाकिस्तान ने इस तरह का रुख नहीं दिखाया था।
भारत ने जनवरी 2023 और सितंबर 2024 में इस संधि की समीक्षा और संशोधन के लिए नोटिस दिया। लेकिन जब भारत ने पहलगाम हमले के बाद इस समझौते को स्थगित कर दिया। अब पाकिस्तान ने भारत की आपत्तियों पर चर्चा करने का संकेत दिया है।