मुंबई, 15 मई। टीवी की मशहूर अदाकारा सृति झा सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में, उन्होंने प्रसिद्ध लेखिका वर्जीनिया वुल्फ की नारीवादी कृति 'ए रूम ऑफ वन्स ओन' पढ़ना शुरू किया है। सृति ने अपने इंस्टाग्राम पर इस किताब को पढ़ते हुए एक पोस्ट साझा की, जिसमें उनकी किताब में डूबी हुई स्थिति को देखा जा सकता है।
'ए रूम ऑफ वन्स ओन' में वुल्फ ने महिलाओं के लिए रचनात्मक स्वतंत्रता और आर्थिक आत्मनिर्भरता की आवश्यकता को उजागर किया है। यह पुस्तक इस विचार पर आधारित है कि एक महिला को लेखन या किसी अन्य रचनात्मक कार्य में सफल होने के लिए अपने आर्थिक संसाधनों की आवश्यकता होती है।
सृति ने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें साझा की हैं। पहली तस्वीर में किताब का क्लोज-अप है, जिसमें स्पष्ट रूप से 'ए रूम ऑफ वन्स ओन' का नाम लिखा हुआ है। दूसरी तस्वीर में वह चाय के कप के साथ आराम से बैठकर पढ़ाई कर रही हैं। तीसरी तस्वीर में किताब के एक भावनात्मक पैराग्राफ का अंश है।
इस किताब के अंश में लिखा है, ''अगर कोई महिला लेखन की कोशिश करती है, तो उसे घमंडी माना जाता है। उसका यह 'दोष' सुधारने की आवश्यकता नहीं है। लोग कहते हैं कि अच्छा व्यवहार, फैशन, और सजना-संवरना ही एक महिला के गुण होने चाहिए। अगर हम लिखते, पढ़ते या सोचते हैं, तो कहा जाता है कि इससे हमारी सुंदरता कम हो जाएगी। घर संभालना, जैसे एक दास की तरह, यही कुछ लोगों की नजर में महिला का असली हुनर है।''
सृति ने इस पोस्ट के कैप्शन में एक अंश साझा किया, जिसमें कहा गया कि इतिहास में जिन महिलाओं को पागल या चुड़ैल कहा गया, वे वास्तव में प्रतिभाशाली लेखिकाएं थीं, जिन्हें समाज ने समझा नहीं और उनके हुनर को दबा दिया।
सृति झा ने टीवी इंडस्ट्री में अपनी पहचान 'प्रज्ञा अरोरा मेहरा' के किरदार से बनाई, जिसे उन्होंने लोकप्रिय शो 'कुमकुम भाग्य' में निभाया। इस किरदार ने उन्हें घर-घर में प्रसिद्ध बना दिया। उनका करियर 2007 में शुरू हुआ, जब उन्होंने 'धूम मचाओ धूम' में 'मालिनी शर्मा' का किरदार निभाया। इसके बाद उन्होंने 'ज्योति', 'रक्त संबंध', और 'दिल से दी दुआ...सौभाग्यवती भव?' जैसे कई शो में काम किया।