आपके पैसे का सबसे अच्छा भविष्य: PPF या म्यूचुअल फंड SIP? जानिए कौन सा निवेश आपको बना सकता है मलामाल!

अगर आप लंबे समय तक निवेश करने का सोच रहे हैं, तो म्यूचुअल फंड्स और PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं. जहां म्यूचुअल फंड्स बाजार के रिटर्न्स से जुड़े होते हैं, वहीं PPF सुरक्षित और निश्चित रिटर्न्स का एक अच्छा ऑप्शन है.इन दोनों में से किसी एक को चुनते समय आपको अपनी निवेश की अवधि, वित्तीय लक्ष्य और जोखिम को समझना जरूरी है. हालांकि, इन दोनों के स्टक्चर, रिटर्न्स, टैक्सेशन और निवेश की अवधि में फर्क है, लेकिन दोनों ही लंबी अवधि में वेल्थ बढ़ाने के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं. PPF vs म्यूचुअल फंड्स SIPsPPF एक गवर्नमेंट स्कीम है, जो सुरक्षित और स्टेबल रिटर्न देती है. वहीं, म्यूचुअल फंड की SIPs (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स) PPF से ज्यादा रिटर्न्स दे सकती हैं, लेकिन ये बाजार की उतार-चढ़ाव से प्रभावित होती हैं. PPF में निवेश करने पर 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, यानी आप अपना पैसा 15 साल तक निकाल नहीं सकते. जबकि म्यूचुअल फंड्स में आपको लंबी अवधि का नजरिया रखना पड़ता है, क्योंकि इसमें मार्केट रिस्क होता है. हालांकि, SIPs के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना आसान होता है. SIPs आपको म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने का एक तरीका देते हैं, जिससे आप अपने पैसे को अलग-अलग डेब्ट और इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स में लगा सकते हैं, बिना सीधे बाजार से जुड़े हुए.जहां PPF पूरी तरह से टैक्स-फ्री है, वहीं म्यूचुअल फंड्स में मिलने वाले प्रॉफिट पर टैक्स लगता है. इसमें लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाया जा सकता है, जैसा कि आयकर अधिनियम 1961 में तय किया गया है. PPF में निवेश करने पर आपको Section 80C के तहत टैक्स डिडक्शन मिलता है, जिससे यह एक अट्रैक्टिव इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन जाता है. PPF में आप साल भर में 500 रुपए से लेकर 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकते हैं और इसकी वर्तमान रिटर्न 7.1% सालाना है. वहीं, म्यूचुअल फंड्स में निवेश की कोई सीमा नहीं है और इसके रिटर्न्स बाजार की स्थिति के हिसाब से बदल सकते हैं. 1.5 लाख रुपए सालाना, 15 साल तक: इन्वेस्टमेंट कंपैरिजनअगर आप हर साल 1.5 लाख रुपए 15 साल तक निवेश करना चाहते हैं, तो आइए देखते हैं कि PPF और म्यूचुअल फंड SIPs में से कौन सा ऑप्शन आपको ज्यादा रिटर्न दे सकता है: -
PPF Calculation (पब्लिक प्रोविडेंट फंड):
- समय: 15 साल
- अमाउंट: 1.5 लाख रुपए प्रति साल
- रिटर्न: 7.1% प्रति वर्ष (इसमें सरकार की ओर से बदलाव किया जाता है)
- कुल निवेश: 22.5 लाख रुपए (1.5 लाख रुपये प्रति साल × 15 साल)
- ब्याज: 16.95 लाख रुपए
- अंतिम अमाउंट (कॉर्पस): 39.45 लाख रुपए
Mutual Funds (म्यूचुअल फंड्स SIPs):
- समय: 15 साल
- अमाउंट: 1.5 लाख रुपए प्रति साल
- रिटर्न: 12% प्रति वर्ष (मान लीजिए)
- कुल निवेश: 22.5 लाख रुपए
- रिटर्न: 36.99 लाख रुपए
- अंतिम राशि (कॉर्पस): 59.49 लाख रुपये
टैक्स का इंपैक्ट: PPF पर जो रिटर्न मिलता है, वह टैक्स-फ्री होता है. म्यूचुअल फंड SIPs पर लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है, जो रिटर्न्स को कम कर सकता है.
15 साल की अवधि में म्यूचुअल फंड्स की SIPs आपको PPF के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दे सकती हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड्स पर टैक्स की वजह से असल रिटर्न्स थोड़ा कम हो सकता है. फिर भी, अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो SIPs ज्यादा प्रॉफिटेबल हो सकती हैं.