भोपाल, 17 मई . प्रदेश में केन्द्र सरकार के “एक पेड़ माँ के नाम” से प्रेरित होकर अमृत मित्र योजना के अंतर्गत “वूमन फॉर ट्री” पौध-रोपण अभियान का संचालन किया जा रहा है. यह अभियान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में क्रियान्वित किया जा रहा है. यह कार्यक्रम अमृत 2.0 योजना एवं डे-एनयूएलएम के कन्वर्जेंस से संचालित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में हरित क्षेत्र का विस्तार, पर्यावरण संतुलन बनाये रखने, नागरिकों को स्वस्थ जीवन-शैली एवं महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक आत्मनिर्भरता प्रदान करना है. वूमन फॉर ट्री अभियान के संचालन के लिये केन्द्र सरकार ने पोर्टल तैयार किया है. सभी प्रदेशों से उन स्थानों का चयन करने के लिये कहा गया था, जिन स्थलों पर पौध-रोपण किया जायेगा. इस अभियान में मध्य प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर है, जहाँ 565 विजिट कर स्थल की पहचान की गयी है.
नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त संकेत भोंडवे ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू किया जायेगा. विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून से 31 अगस्त 2025 तक प्रदेश में व्यापक स्तर पर पौध-रोपण अभियान संचालित किया जाएगा. यह पौधे जल संरचनाओं के आसपास, कैचमेंट एरिया, पार्क, शासकीय संस्थानों, विद्यालयों, जल शोधन संयंत्रों तथा उपलब्ध शासकीय भूमि का चयन कर किया जायेगा. लगाये गये पौधों का संरक्षण एवं नियमित निगरानी महिला स्व-सहायता समूहों (अमृत मित्रों) के माध्यम से की जायेगी.
नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में “वूमन फॉर ट्री’’ अभियान तीन चरण में पूरा किया जाएगा. प्रथम चरण में स्थल चयन के लिये भ्रमण कार्यक्रम 21 मई से 23 मई, दूसरा चरण पौध-रोपण कार्यक्रम 5 जून से 31 अगस्त तक और तीसरा चरण पौधों का संरक्षण एवं निगरानी कार्य 1 से 2 वर्षों तक किया जायेगा. यह अभियान नारी सशक्तिकरण एवं हरित भारत के निर्माण की दिशा में एक अनूठा प्रयास है. इस अभियान को सामाजिक सहभागिता और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के साथ पूरा किया जायेगा. देशभर में यह अभियान केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की मदद से संचालित किया जायेगा.
तोमर