Accident News: नोहर में भयानक सड़क हादसा: एक परिवार के चार सदस्यों की मौत, दो गंभीर रूप से घायल: हरियाणा के नोहर में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को शोक में डुबो दिया।
अमृतसर-बठिंडा नेशनल हाईवे 54 पर मलसियां कलां गांव के निकट एक क्रेटा कार और ट्रक की आमने-सामने टक्कर इतनी भयानक थी कि कार पूरी तरह पिचक गई। इस हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह परिवार डेरा ब्यास सत्संग में शामिल होने के लिए निकला था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह उनकी अंतिम यात्रा होगी।
यह हादसा सुबह के समय हुआ, जब नोहर के निवासी जितेंद्र (35), उनकी पत्नी डिंपल (32), कोमल (42), और उनकी 6 साल की बेटी भाविशा क्रेटा कार में सवार होकर डेरा ब्यास सत्संग की ओर जा रहे थे। कार को कोमल के पति चेतन चला रहे थे।
मलसियां कलां के पास अचानक सामने से आ रहे एक ट्रक से कार की जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। जितेंद्र, डिंपल, कोमल और नन्ही भाविशा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। चेतन और एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया। घायलों को नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी हालत नाजुक होने के कारण उन्हें लुधियाना के एक बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया। मृतकों के शवों को जीरा के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। शनिवार तक शवों के नोहर पहुंचने की उम्मीद थी, जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी।
हादसे की खबर जैसे ही नोहर पहुंची, पूरे शहर में मातम छा गया। पीड़ित परिवार के रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी शोक में डूब गए। नोहर के स्थानीय बाजार शनिवार को बंद रहे, जो इस त्रासदी के प्रति शहरवासियों की संवेदना को दर्शाता है।
परिवार के जान-पहचान वालों की भीड़ अस्पताल और घर के बाहर जमा हो गई, जो इस दुख की घड़ी में एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे थे। नन्ही भाविशा की मौत ने सभी को झकझोर कर रखा है, और लोग इस हादसे को लेकर सड़क सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
यह हादसा एक बार फिर नेशनल हाईवे पर बढ़ते सड़क हादसों की गंभीरता को उजागर करता है। अमृतसर-बठिंडा हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक और अन्य भारी वाहन अक्सर हादसों का कारण बनते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हाईवे पर स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक सिग्नल की कमी के कारण हादसे बढ़ रहे हैं। कुछ लोग ट्रक चालकों की लापरवाही को भी इसका जिम्मेदार मानते हैं। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की जरूरत को रेखांकित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि हाईवे पर नियमित पुलिस गश्त, तेज रफ्तार पर नियंत्रण और बेहतर सड़क डिजाइन हादसों को कम कर सकते हैं।
इसके अलावा, ड्राइवरों को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षित करना और सख्त नियम लागू करना भी जरूरी है। नोहर के इस हादसे ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा।
यह परिवार डेरा ब्यास सत्संग में आध्यात्मिक शांति की तलाश में निकला था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। नोहर का यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सबक भी है।
हम सभी को इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने की जरूरत है। साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।