यूपीएससी को भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई लोग कई प्रयासों के बाद भी इसे सफलतापूर्वक नहीं कर पाते, जबकि कुछ ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं के बावजूद हार नहीं मानते और अंत तक प्रयास करते रहते हैं।
आज हम आपको IPS अमृत जैन के बारे में बताएंगे, जिन्होंने कई बार असफल होने के बाद भी अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा।
अमृत जैन, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में ASP के रूप में कार्यरत हैं, राजस्थान के भीलवाड़ा से हैं। उन्होंने NIT वारंगल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद Czech टेक्निकल यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा ली।
अपनी पढ़ाई के बाद, अमृत ने एक निजी कंपनी में काम करना शुरू किया, लेकिन जल्द ही यूपीएससी परीक्षा देने का निर्णय लिया। 2016 में, उन्होंने बिना तैयारी के यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे। उन्होंने अपनी गलतियों से सीखते हुए एक नई रणनीति बनाई।
दो असफलताओं के बाद, अमृत ने 2018 में तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और इस बार उनकी मेहनत रंग लाई। उन्हें रिजर्व लिस्ट में रखा गया और वे इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विस में शामिल हो गए। इसके बाद, उन्होंने लगातार तीन बार यूपीएससी की परीक्षा दी और हर बार सफल रहे। 2019 में उन्हें 321वीं रैंक, 2020 में 96 रैंक और 2021 में 179 रैंक प्राप्त हुई।
चार बार यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद, अमृत को आईपीएस अधिकारी का पद मिला, लेकिन उनका IAS बनने का सपना अधूरा रह गया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भले ही वे IAS नहीं बन पाए, लेकिन उन्हें इसका कोई पछतावा नहीं है।