अरविंद केजरीवाल नशा मुक्ति यात्रा: आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। 17 मई, शनिवार को होशियारपुर और लुधियाना में 'युद्ध नशे के विरुद्ध' यात्रा का आरंभ हुआ। इस अवसर पर AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को नशा छोड़ने की शपथ दिलाई। यात्रा में नशा छोड़ चुके व्यक्तियों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कीं।
अरविंद केजरीवाल ने नशे को पंजाब का सबसे बड़ा अभिशाप बताया। उन्होंने कहा, 'नशे ने कई परिवारों को बर्बाद किया है और हमारी पीढ़ियों को तबाह किया है।' केजरीवाल ने यह भी कहा कि 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान भारतीय इतिहास में एक अनूठा प्रयास है। उन्होंने बताया कि AAP सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं और नशा पीड़ितों के पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित किया है। केजरीवाल ने कहा, 'अगर पंजाब के तीन करोड़ लोग एकजुट हों, तो 24 घंटे में नशे का नामोनिशान मिट सकता है।'
केजरीवाल ने पंजाब की AAP सरकार की सराहना की और कहा कि सरकार एक दोहरी रणनीति अपना रही है। एक ओर नशा तस्करी को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले नशा तस्करों को संरक्षण मिलता था, लेकिन अब 10,000 तस्करों को पकड़ा जा चुका है, जिनमें 8,500 बड़े तस्कर शामिल हैं। सरकार ने नशा सप्लाई की कमर तोड़ दी है।
केजरीवाल ने घोषणा की कि नशे के खिलाफ यह अभियान अब गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। पंजाब के 13,000 गांवों में नशा मुक्ति की बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही हर गांव में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे और 3,000 बड़े गांवों में जिम खोले जाएंगे। केजरीवाल ने कहा, 'हम चाहते हैं कि पंजाब के युवा नशे से दूर रहें और खेल-कूद में भाग लें।' उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने अब तक 54,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं और हर गांव में रोजगार की योजनाएं बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार पानी और युवाओं को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि योग्यता के आधार पर 54,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। मान ने कहा, 'हमारा लक्ष्य है कि युवा पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं।' उन्होंने जोर देकर कहा कि नशा मुक्ति के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
केजरीवाल ने बताया कि कई गांव, जो पहले नशे के अड्डे थे, अब नशा मुक्त हो चुके हैं। यह सरकार के ठोस प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा, 'यह पंजाब के लिए गर्व की बात है। हमारा सपना है कि पंजाब नशे से पूरी तरह मुक्त हो और देश का अग्रणी राज्य बने।'
केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ एकजुट हों। उन्होंने कहा, 'नशा तस्कर पंजाबियों की ताकत के सामने टिक नहीं सकते। जनता की जागरूकता और सरकार की सख्ती से हम यह जंग जरूर जीतेंगे।' यात्रा में शामिल लोगों ने भी नशा छोड़ने का संकल्प लिया और सरकार के प्रयासों की सराहना की।