कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोमवार को आरोप लगाया कि रेलवे के टिकटों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल करना राजनीतिक फायदे के लिए सेना के पराक्रम को किसी ‘उत्पाद’ की तरह ‘बेचने’ जैसा है।
सिंघार ने ‘एक्स’ पर मोदी की तस्वीर वाला रेलवे का टिकट पोस्ट किया और कहा, ‘‘सेना के पराक्रम को भी अपनी राजनीति चमकाने के लिए एक उत्पाद की तरह बेचा जा रहा है। केंद्र सरकार कितनी विज्ञापनजीवी हो चुकी है, इसका ताजा उदाहरण देखिए- रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का इस्तेमाल प्रधानमंत्री के प्रचार के तौर पर किया जा रहा है।’’
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया, ‘‘अब तक तो सिर्फ मध्य प्रदेश के बीजेपी नेता ही सेना का अपमान कर रहे थे। अब तो खुद प्रधानमंत्री भी उसी कतार में शामिल हो गए हैं।’’ सिंघार परोक्ष रूप से मध्य प्रदेश के दो मंत्रियों को लेकर चल रहे विवादों का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी और सशस्त्र बलों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी।
राज्य के जनजातीय मामलों के मंत्री विजय शाह ने ‘आपरेशन सिंदूर’ के बारे में मीडिया के माध्यम से देश-विदेश को जानकारी देने वाली सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को एक सभा में ‘आतंकवादियों की बहन’ बताकर विवाद खड़ा कर दिया था, जिसके बाद से बीजेपी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये थे।
शाह के बयान से उठे राजनीतिक तूफान थमने से पहले ही मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष भारतीय सशस्त्र बल और सभी सैनिक ‘नतमस्तक’ हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। इस बीच, रीवा जिले से पहली बार विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने यह दावा कर दिया कि संयुक्त राष्ट्र ने भारत को पाकिस्तान के साथ ‘संघर्षविराम’ करने को कहा था।