Watery Eyes Causes: क्या आपकी आंखों से भी लगातार पानी आ रहा है? अगर हां, तो अच्छा संकेत नहीं है. इससे आपकी आंखों पर परेशानी हो सकती है.
Watery Eyes Causes Symptoms and Treatment: क्या आपकी आँखों से भी बिना वजह बार-बार पानी आता है? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग इस समस्या से परेशान रहते हैं. कभी-कभी तो यह इतना ज़्यादा हो जाता है कि देखने में भी दिक्कत होती है. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह और इलाज के बारे में.
आँखों से पानी आने के कारण
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एलर्जी (Allergy): धूल, धुआँ, पराग (pollen) या जानवरों के बाल से एलर्जी होने पर आँखों से पानी आ सकता है. आँखों में खुजली और लाली भी दिख सकती है.
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आँखों में सूखापन (Dry Eyes): सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन सूखी आँखें भी ज़्यादा पानी आने का कारण बन सकती हैं. जब आँखें ठीक से नम नहीं होतीं, तो वे ज़्यादा आँसू बनाने लगती हैं ताकि सूखेपन की भरपाई हो सके.
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संक्रमण (Infection): आँख में कोई इन्फेक्शन होने पर, जैसे कि कंजंक्टिवाइटिस (pink eye), आँखों से पानी आने के साथ-साथ लालिमा, सूजन और चिपचिपापन भी हो सकता है.
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पलकों की समस्या (Eyelid Problems): अगर पलकें ठीक से बंद नहीं होतीं या अंदर की तरफ मुड़ जाती हैं, तो आँसू बाहर निकल सकते हैं.
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आँसू की नली बंद होना (Blocked Tear Duct): हमारी आँखों में एक नली होती है जिससे आँसू नाक में जाते हैं. अगर यह नली बंद हो जाए, तो आँसू आँखों में जमा होने लगते हैं और बाहर बहने लगते हैं.
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आँखों में कुछ चले जाना (Foreign Object): अगर आँख में कोई छोटा कण, जैसे धूल का कण या बाल, चला जाए तो आँखें उसे बाहर निकालने के लिए ज़्यादा आँसू बनाती हैं.
इलाज कैसे शुरू करें?
अगर आपकी आँखों से बार-बार पानी आता है, तो डॉक्टर को दिखाना बहुत ज़रूरी है. वे सही वजह पता कर सकते हैं और सही इलाज बता सकते हैं. कुछ शुरुआती चीज़ें जो आप कर सकते हैं:
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आँखों को साफ़ रखें: आँखों को दिन में कई बार गुनगुने पानी से धीरे-धीरे धोएँ.
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धूल और धुएँ से बचें: अगर आपको एलर्जी है, तो एलर्जी वाली चीज़ों से दूर रहने की कोशिश करें.
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लुब्रिकेंट आई ड्रॉप्स: अगर आँखों में सूखापन है, तो डॉक्टर की सलाह पर लुब्रिकेंट आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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संक्रमण का इलाज: अगर संक्रमण है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स या ऑइंटमेंट दे सकते हैं.
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पलकों की मालिश: अगर आँसू की नली बंद है, तो डॉक्टर पलकों की हल्की मालिश या गर्म सिंकाई की सलाह दे सकते हैं.
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चश्मे का इस्तेमाल: अगर धूप या हवा से दिक्कत होती है, तो धूप का चश्मा पहनें.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)