Leela Hotels IPO : 3500 करोड़ रुपये के इश्यू का प्राइस बैंड अनाउंस, 26 मई से खुल रहा मौका, जानिए पूरी डिटेल
et May 21, 2025 01:42 PM
भारत की लग्जरी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में एक बड़ा मोड़ आने जा रहा है, क्योंकि द लीला (The Leela) ब्रांड को संचालित करने वाली कंपनी श्लॉस बैंगलोर (Schloss Bangalore) अब शेयर बाजार में एंट्री लेने को पूरी तरह तैयार है। यह कंपनी 26 मई 2025 को अपना ₹3,500 करोड़ का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लॉन्च करेगी। यह इश्यू तीन दिन तक चलेगा और 28 मई को बंद होगा, जबकि शेयरों की लिस्टिंग 2 जून को बीएसई और एनएसई पर होने की उम्मीद है।इस आईपीओ में 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 1,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। इसका प्राइस बैंड 413-415 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है और न्यूनतम लॉट साइज 34 शेयरों का है। इस IPO का प्रबंधन देश की प्रमुख वित्तीय कंपनियों द्वारा किया जा रहा है जिनमें जेएम फाइनेंशियल, कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, मॉर्गन स्टैनली और एसबीआई कैपिटल शामिल हैं। केफिन टेक्नोलॉजीज को इस इश्यू का रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।श्लॉस बैंगलोर की स्थापना 2019 में हुई थी और यह भारत की सबसे बड़ी लग्जरी होटल कंपनियों में से एक बन चुकी है, खासतौर पर कमरों की संख्या के लिहाज से। मई 2024 तक, कंपनी द लीला पैलेस, होटल्स और रिसॉर्ट ब्रांड के अंतर्गत 12 प्रॉपर्टीज और कुल 3,382 कमरे (keys) संचालित कर रही है। इनमें से बेंगलुरु, चेन्नई, नई दिल्ली, जयपुर और उदयपुर की पांच प्रतिष्ठित प्रॉपर्टीज कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली हैं।लीला होटल्स की विशेषता है उनकी भव्य वास्तुकला, जो पारंपरिक भारतीय राजसी शैली को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़ती है। यह विशेषता खासकर हाई-एंड बिजनेस ट्रैवलर्स और लग्जरी ट्रैवल के शौकीनों को आकर्षित करती है। कंपनी केवल कमरे ही नहीं, बल्कि 67 फाइन डाइनिंग रेस्टोरेंट्स और बार, साथ ही 12 वेलनेस सेंटर भी संचालित करती है। द लीला पैलेस बेंगलुरु स्थित इसका प्रमुख स्पा, मशहूर लग्जरी वेलनेस ब्रांड Soneva के सहयोग से विकसित किया जा रहा है।कंपनी इस आईपीओ से प्राप्त 2300 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग अपने और अपनी सहायक कंपनियों के कर्ज चुकाने या पूर्व भुगतान में करेगी। बाकी बची राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा।हालांकि कंपनी ने मई 2024 तक 36 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसका वित्तीय प्रदर्शन तेजी से सुधरा है। FY22 में जहां इसका घाटा 319 करोड़ रुपये था, वहीं FY24 में यह घटकर सिर्फ ₹2.1 करोड़ रुपये रह गया। इसी अवधि में कंपनी का राजस्व 415 करोड़ रुपये से बढ़कर ₹1,226 करोड़ तक पहुंच गया, जो COVID-19 के बाद व्यवसाय में हुई जबरदस्त वापसी को दर्शाता है।श्लॉस बैंगलोर को ब्रुकफील्ड द्वारा प्रबंधित फंड्स द्वारा प्रमोट किया गया है और अब इसका IPO भारत की लग्जरी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह इश्यू ना केवल संस्थागत निवेशकों बल्कि रिटेल निवेशकों के लिए भी खासा आकर्षण का केंद्र बन सकता है। (अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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