अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) से उसके संविधान को अंतिम रूप दिए जाने तक आई-लीग और भारतीय महिला लीग में नई टीमों को शामिल करने पर फैसला लेने से बचने को कहा गया है। साथ ही उसे अपनी कार्यकारी समिति से मंजूरी लेने से पहले कोई निर्णय लेने के प्रलोभन से भी बचना चाहिए।
कार्यकारी समिति के सदस्य वलंका अलेमाओ ने एक पत्र के माध्यम से एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे को टीमों के सीधे प्रवेश के एजेंडे के अलावा उन उदाहरणों से अवगत कराया है, जहां निर्णय पहले ही ले लिए गए थे और बाद में मंजूरी के लिए कार्यकारी समिति के समक्ष रखे गए थे।