मुंबई - ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टेनली ने भारतीय शेयर बाजार में तेजी की संभावना जताई है। उनका अनुमान है कि सेंसेक्स जून 2026 तक 89,000 के स्तर पर पहुंच सकता है, जो वर्तमान स्तरों से लगभग 8 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और आय के आउटलुक में सुधार को दर्शाती है।
मॉर्गन स्टेनली ने प्रति शेयर आय (ईपीएस) के अनुमान में भी लगभग एक प्रतिशत की वृद्धि की है और जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में इजाफा किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सेंसेक्स का कारोबार 23.5 गुना के पीई पर होने की संभावना है, जो कि इंडेक्स के 25 वर्ष के औसत 21 गुना से अधिक है। यह प्रीमियम मूल्यांकन भारत के स्थिर नीतिगत माहौल और मध्यम अवधि की विकास संभावनाओं में निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
ब्रोकरेज फर्म ने भारत की मजबूती के पीछे कई कारण बताए हैं, जैसे कि स्थिर वातावरण, राजकोषीय घाटे में कमी, महंगाई में कम उतार-चढ़ाव और मजबूत घरेलू निवेश। रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन से पांच वर्षों में वार्षिक आय वृद्धि मिड से हाई रेंज में रहने की उम्मीद है, जो निजी पूंजीगत खर्च में वृद्धि, मजबूत बैलेंसशीट और खपत में बढ़ोतरी के कारण संभव है।
हाल की वैश्विक घटनाओं के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों ने धैर्य बनाए रखा है। खुदरा निवेशकों ने लगातार निवेश जारी रखा है, जिससे भारत की संरचनात्मक विकास कहानी में विश्वास मजबूत हुआ है। उल्लेखनीय है कि विदेशी निवेशकों की स्थिति 2000 के बाद से अपने सबसे कमजोर स्तर पर है। भारतीय रिजर्व बैंक का नरम रुख, स्थिर तेल की कीमतें और लगातार नीतिगत समर्थन तेजी की भावना को और मजबूत करते हैं। मॉर्गन स्टेनली ने भारत की हालिया भू-राजनीतिक रणनीति की भी प्रशंसा की है, जिसमें कहा गया है कि इसने राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के शासन में वैश्विक विश्वास को बढ़ाया है।