Important Rules for Lighting Evening- रोज़ शाम को दीया जलाने से घर में सुख-शांति आती है और पैसों की तंगी दूर होती है। मगर इसका पूरा फायदा पाने के लिए इन बातों का ख़्याल रखना बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं ये आसान नियम
शाम को दीया जलाने का सबसे अच्छा समय “प्रदोष काल”होता है। यह वक़्त सूरज ढलने से ठीक 30 मिनट पहले शुरू होकर, ढलने के 30 मिनट बाद तक रहता है। इस दौरान दीया जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
दीया रखने की सही दिशा
पूर्व या उत्तर दिशा: घर के मुख्य दरवाज़े के पास पूर्व या उत्तर दिशा में दीया रखें। इससे लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है।
दक्षिण दिशा:अगर पितरों के लिए दीया जला रहे हैं, तो इसे दक्षिण दिशा में रखें।
ध्यान रखें:
देवी लक्ष्मी को खुश करने के लिए दीया हमेशा उत्तर दिशा में ही जलाएं।
दीया जलाने से पहले उस जगह की अच्छी तरह सफ़ाई कर लें। आसपास जूते-चप्पल या कूड़ा नहीं होना चाहिए। गंदगी रहने से लक्ष्मी जी नाराज़ हो सकती हैं।
हर दिन दीया जलाने से पहले उसे अच्छी तरह साफ़ करें। तेल या बाती के अवशेष हटाकर ही नया दीया जलाएं। पुरानी मैल छोड़ने से पूजा का असर कम हो जाता है।
दीया जलाने के बाद घर का मुख्य दरवाज़ा बंद न करें। मान्यता है कि ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती। लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए शाम को दरवाज़ा खुला रखें।
ये आसान टिप्स अपनाकर आप भी अपने घर में सकारात्मकता और मां लक्ष्मी की कृपा बनाए रख सकते हैं।
Disclaimer:यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य ज्ञान पर आधारित है। किसी भी नियम को अपनाने से पहले अपने घर के पंडित या विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।