बुधवार रात वाशिंगटन, डीसी में एक दुखद घटना में इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारी, एक पुरुष और एक महिला, कैपिटल ज्यूइश म्यूजियम के बाहर गोलीबारी का शिकार हो गए। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने गोली चलाने से पहले "फ्री फिलिस्तीन" के नारे लगाए थे।
पुलिस ने संदिग्ध का नाम इलियास रोड्रिगेज बताया है, जो 30 वर्षीय शिकागो का निवासी है। अधिकारियों के अनुसार, रोड्रिगेज का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और वह हमले से पहले म्यूजियम के बाहर घूम रहा था। यह घटना एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुई, जब मृतक जोड़ा म्यूजियम से बाहर आ रहा था और रोड्रिगेज ने उन पर हमला किया।
इलियास रोड्रिगेज, जो 30 वर्ष के हैं, पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन (PSL) और ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM) आंदोलन से जुड़े रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने 2017 में शिकागो के मेयर रहम एमान्युएल के निवास के बाहर एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। यह प्रदर्शन पुलिस द्वारा 17 वर्षीय काले किशोर, लाकुआन मैकडोनाल्ड की हत्या की वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था।
गवाहों के अनुसार, रोड्रिगेज म्यूजियम के बाहर "पीछे-आगे" चल रहा था और फिर उसने चार लोगों के समूह के पास जाकर दो लोगों को नजदीकी दूरी से गोली मार दी। इसके बाद, वह म्यूजियम के अंदर गया और खुद को एक पीड़ित बताकर अन्य लोगों से पुलिस को बुलाने के लिए कहा। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो रोड्रिगेज ने दोनों हाथ उठाए और कहा, "मैंने ये किया है," और बताया कि उसके पास कोई हथियार नहीं था।
इजरायल दूतावास ने इस दुखद घटना की पुष्टि की और कहा, "हमारे दो कर्मचारियों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान नजदीकी दूरी से गोली मारकर हत्या कर दी गई।" दूतावास के प्रवक्ता ताल नाइम कोहेन ने कहा कि यह हमला हमारे कर्मचारियों के लिए एक बड़ी हानि है और हम इस मामले की जांच में पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पूरी घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, रोड्रिगेज पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने यह कृत्य क्यों किया। इस हमले के बाद वाशिंगटन में सुरक्षा उपायों को और बढ़ा दिया गया है।