पटना के जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला हमारी सभ्यता के इतिहास की सबसे क्रूर घटनाओं में से एक है।
इस तरह, पाकिस्तान पर और प्रहार किया जाना चाहिए था।
स्वामी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सरकार के कूटनीतिक प्रयासों के तहत दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे जाने के कदम को महत्व नहीं दिया। उन्होंने कहाकि इन प्रतिनिधिमंडलों का कुछ असर नहीं होगा। सभी जानते हैं कि सदस्य सैर का आनंद उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इस हमले का बदला लेते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए राजी हो गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का श्रेय लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ALSO READ:
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीकानेर में कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे उन्हें मिट्टी में मिलाया है। यह शोध प्रतिशोध का खेल नहीं, यह न्याय का नया स्वरूप है। यह ऑपरेशन सिंदूर है। यह सिर्फ आक्रोश नहीं है, बल्कि यह समर्थ भारत का रौद्र रूप है। यह भारत का नया स्वरूप है। परमाणु बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है।
edited by : Nrapendra Gupta