हर साल की तरह इस वर्ष भी नौतपा का विशेष समय शुरू हो चुका है। नौतपा का अर्थ है—गर्मी के वो नौ दिन जब सूर्य अपनी पूरी शक्ति में होता है। ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये दिन सूर्यदेव को प्रसन्न करने और जीवन में प्रगति पाने के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं। कहा जाता है कि यदि इन दिनों कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो सूर्य की कृपा से धन, सफलता और यश की प्राप्ति होती है, और जीवन में आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। आइए जानते हैं नौतपा के दौरान किए जाने वाले कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय, जो आपके जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकते हैं।
नौतपा सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के दिन से आरंभ होता है और इसके बाद के 9 दिन सबसे अधिक गर्म माने जाते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह समय धरती पर सूर्य की किरणों के सबसे तेज़ पड़ने का होता है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से यह सूर्य उपासना और तपस्या का काल है।
हर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, अक्षत और थोड़ा गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
इस दौरान "ॐ सूर्याय नमः" मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें।
इससे न केवल सूर्य की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि स्वास्थ्य, नौकरी और मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
नौतपा के किसी भी दिन गुड़ और गेहूं का दान गरीबों या ब्राह्मणों को करें।
यह उपाय धन लाभ, संतान सुख और सुख-शांति के लिए अत्यंत प्रभावी है।
इस दौरान अधिक से अधिक लाल रंग के वस्त्र पहनें या लाल रुमाल साथ रखें। सूर्य का रंग लाल होता है, इसलिए यह रंग आकर्षण और शक्ति का प्रतीक है।
यदि आपके आसपास कोई सूर्य मंदिर है तो वहां जाकर घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं और सूर्य स्तुति करें।
इससे आपकी राशि के दोष दूर होंगे और करियर में सफलता मिलेगी।
नौतपा के दौरान "आदित्य हृदय स्तोत्र" का प्रतिदिन पाठ करने से मानसिक शक्ति और आत्मबल में वृद्धि होती है।
यह स्तोत्र सभी प्रकार की बाधाओं से रक्षा करता है।
अपने पूजा स्थान पर तांबे के पत्र पर बना सूर्य यंत्र रखें और प्रतिदिन इसकी पूजा करें।
इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और वास्तु दोष भी खत्म होता है।
धन की कमी कभी नहीं होगी
सरकारी नौकरी या पदों पर सफलता की संभावना बढ़ेगी
मान-सम्मान, यश और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी
संतान और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान होगा
आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी
नौतपा सिर्फ गर्मी का नहीं, बल्कि सूर्यदेव को प्रसन्न करने का सुनहरा अवसर है। यदि इन नौ दिनों में श्रद्धा और नियम से ऊपर बताए गए उपाय किए जाएं, तो व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता, बाधाएं और दुर्भाग्य दूर होकर सौभाग्य और समृद्धि का वास होता है। इस बार नौतपा में सूर्यदेव की कृपा जरूर प्राप्त करें और अपने जीवन को धन, सफलता और सौभाग्य से भर दें!