इस फेरबदल के दौरान, महत्वपूर्ण खरीद और बिक्री गतिविधियों की उम्मीद की जा रही है। टाटा समूह की ट्रेंट को लगभग 278 मिलियन डॉलर (लगभग 2,400 करोड़ रुपये) का पूंजी प्रवाह मिलने की संभावना है, जो इसकी औसत दैनिक ट्रेडिंग मात्रा का 2.5 गुना है। वहीं, बीईएल में 275 मिलियन डॉलर का निवेश हो सकता है, जो इसके सामान्य दैनिक कारोबार का 3.1 गुना है।
नेस्ले इंडिया में 210 मिलियन डॉलर (1,800 करोड़ रुपये) का निवेश होने की संभावना है, जो इसके औसत दैनिक कारोबार का 7.7 गुना है। दूसरी ओर, इंडसइंड बैंक में संदिग्ध धोखाधड़ी के कारण 135 मिलियन डॉलर (1,155 करोड़ रुपये) की निकासी हो सकती है।
सेंसेक्स में बदलाव के अलावा, बीएसई ने अन्य सूचकांकों में भी संशोधन किए हैं। डिक्सन टेक्नोलॉजीज, कोफोर्ज और इंडस टावर्स को बीएसई-100 में शामिल किया गया है, जबकि भारत फोर्ज, सीमेंस और डाबर इंडिया को बाहर किया गया है। सेंसेक्स 50, सेंसेक्स नेक्स्ट 50 और बैंकेक्स सूचकांकों में भी अपडेट किए गए हैं। ये परिवर्तन फंड की आवाजाही को प्रभावित करते हैं, जिससे म्यूचुअल फंड और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) को अपने पोर्टफोलियो को समायोजित करना पड़ता है।